उग्र भीड़ ने प्लांट गेट व तारबंदी तोड़ी, कार्य बंद कराया
भूमि का बाजार दर से मुआवजा देने की मांग को लेकर चल रहे किसानों के भूमि समाधि सत्याग्रह आन्दोलन ने तीसरे दिन शनिवार शाम को उग्र रूप ले लिया। किसानों की भीड़ ने पुलिस की परवाह किए बिना निर्माण कम्पनी के प्लांट के मुख्य गेट सहित तारबंदी को तोड़ दी। बाद में प्लांट में घुसकर वहां चल रहे कार्य को बंद करा दिया।
सरकार द्वारा कोई सुनवाई नहीं होने पर राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीना, हिम्मतसिंह पालड़ी सहित सैकड़ों किसानों की भीड़ आन्दोलन स्थल से पैदल एक्सप्रेस हाइवे निर्माण कम्पनी के लाहडलीकावास के समीप लगे प्लांट पर पहुंची। वहां पहले से मौजूद पुलिस ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित भीड़ पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की कर प्लांट के गेट को तोड़कर उसमें घुस गई और प्लांट में चल रहे कार्य को बंद करा दिया। इसके बाद भीड़ ने किसानों को उचित मुआवजा देने को लेकर जमकर नारे लगाए। कुछ देर भीड़ प्लांट में रुकने के बाद वापस आन्दोलन स्थल पहुंच गई।
प्लांट में लगी मशीन पर चढ़ा युवक
किसानों की भीड़ जैसे ही निर्माण कम्पनी प्लांट में घुसी तो एक युवक कम्पनी प्लांट में लगी करीब एक सौ फीट ऊंची मशीन के ऊपर चढ़कर कूदने का प्रयास किया, लेकिन सांसद मीना सहित किसानों की भीड़ ने युवक को समझाकर नीचे उतारा।
गांव लाहडलीकावास में चल रहे भूमि समाधि सत्याग्रह आन्दोलन कर रहे दर्जनों किसानों का जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ. आरडी मीना सहित टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। चिकित्सा टीम ने दिनभर मौके पर रहकर किसानों के स्वास्थ्य पर नजर रखी।
जमे रहे अधिकारी
अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिलसिंह सहित एसटीएससी सैल सीओ विजयसिंह, उपखण्ड अधिकारी बृजेन्द्र मीना, तहसीलदार गणराज बडगोती, थानाधिकारी कमलेश चौधरी सहित अन्य अधिकारी आन्दोलन स्थल पर नजर रखने के लिए जमे रहे।
दिनभर व रात्रि को चले मीणावाटी लोकगीत
आंदोलन स्थल पर शुक्रवार रात्रि व शनिवार दिनभर मीनावाटी लोकगीत चलते रहे। एक से बढ़कर एक लोकगीतों की प्रस्तुति होने पर सर्दी में भी रातभर किसान जमे रहे। इसके साथ दिनभर भी लोकगीत सुनने के लिए लोगों की भीड़ आन्दोलन स्थल पर बनी रही।