लालसोट एसडीएम गोपाल जांगिड़ व पुलिस सीओ सतीश यादव ने धरनास्थल पहुंचकर गोठवाल से थाने में बैठकर वार्ता करने के लिए कहा, लेकिन वे मौके पर आईजी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। जितेन्द्र गोठवाल ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि लालसोट दलित उत्पीडऩ का अड्डा बन गया है। क्षेत्र में पिछले दिनों में दलित समाज की बालिका के साथ बलात्कार व समाज के लोगों के साथ पुलिस उत्पीडऩ की घटनाएं हो चुकी हैं।
उन्होंने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने, 25 लाख का मुआवजा देने और बालिग होने पर उसके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की। इस दौरान भाजपा नेता शिवशंकर जोशी, रामकिशोर बैरवा, श्यामलाल बैरवा, राममनोहर बैरवा, रजनीश, विक्रम, विकास जानी, मुकेश किराड़, नरेन्द्र पिलानिया, राजपाल, सोनू बैरवा आदि मौजूद रहे। (नि.प्र)
भाजपा नेता जितेन्द्र गोठवाल धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि प्रदेश का दुर्भाग्य है कि पिछले करीब एक माह सरकार के नेता होटलों में रहे और क्षेत्र में दरिंदों के हौसले लगातार बुंलद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शर्म की बात यह है कि घटना को 15 दिन गुजरने के बाद भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पीडि़त परिवार से मिलकर उनकी सुध लेना उचित नहीं समझा है।
धरना-प्रदर्शन के चलते लालसोट थाने के बाहर से गुजरने वाले एनएच 11 ए पर यातायात बाधित रहा। बाद में पुलिस अधिकारियों ने डिडवाना बाइस मील, मंडी तिराहे व जमात चौराहे से वाहनों को डायवर्ट कराना शुरू कर दिया। मौके पर मंडावरी थाना प्रभारी भरतलाल मीना व रामगढ़ पचवारा थाना प्रभारी अशोक झांझडिय़ा भी पुलिस जाब्ते के साथ पहुंचे।(नि.प्र)