पुराने अंदाज में नजर आए गहलोत
इस दौरान अशोक गहलोत ने अपने पुराने अंदाज में भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई गई जनहित की योजनाओं को बंद करके आम जन के साथ कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि हमने सैकड़ों स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में क्रमोन्नत कर दिया था ताकि गरीब आदमी का बच्चा भी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ सके। लेकिन इस भजनलाल सरकार ने उन स्कूलों को भी बंद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर किरोडी लाल मीणा पर तंज कसते हुए कहा कि आप सब जानते हैं किरोड़ी ने फालतू की बातों का बतंगड़ बनाने में मास्टरी कर रखी है। नॉन इशू को इशू बनाना राजस्थान में किसी से सीखना है तो वह किरोड़ी मीणा जी से सीखें। अनावश्यक माहौल खराब कर देते हैं ये उनकी मास्टरी है। इन बातों से जनता का नुकसान होता है।
वहीं, किरोड़ी के इस्तीफे पर तंज कसते हुए गहलोत ने कहा कि अभी तक इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। जहां तक मुझे पता है हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा इस्तीफा नहीं हुआ। इस्तीफा दे भी दिया, कैबिनेट मीटिंग में जा भी रहे हो और उसे मंजूर भी नहीं करवा रहे हैं। ऐसी हरकतें करते हैं, उन्हें हम क्या कहेंगे।
इसके अलावा मैच फिक्सिंग वाली चर्चा पर अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुरारी लाल मीणा जी ने बहुत सोच-समझकर ये काम किया है। इसलिए आप सबकी जिम्मेदारी बनती है कि आप उनको सपोर्ट करें। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में मुरारी लाल मीणा को जो व्यक्तित्व बना है…आप चाहते हो कि वो कामयाब हो तो आपको डीसी को कामयाब करना पड़ेगा।
डोटासरा ने किरोड़ी के लिए क्या कहा?
इसी सभा में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा पर निशाना साधाते हुए कहा कि उनकी भवानी अब जाग गई है। वह भवानी इसलिए रूठी हुई थी कि उनके भाई को टिकट मिले। अब मुख्यमंत्री की कुर्सी का खतरा ज्यादा प्रबल होता जा रहा है। वह मिटेगा नहीं इससे। इनकी आपसी समझौतावादी प्रवृत्ति प्रदेश के लोगों के हित में नहीं है। यह समझौते करके अपने निजी स्वार्थ साधने का काम कर रहे हैं। उप चुनाव में वोट देने जा रही जनता उनकी रणनीति को भली-भांति जानती है। डोटासरा ने कहा कि ऐसे लोगों से सावधान रहना पड़ेगा, जो अपने भाषण में ये कहता हो अगर मैं ले लूं, भाई ले लें, पत्नी ले लें, मुरारी ले लें तो फिर इस पत्थर तोड़ने वाले का नंबर कब आएगा। बाबा, अब पत्थर तोड़ने वाले का नंबर डीसी बैरवा के रूप में आएगा। वहीं इस दौरान गोविंद सिंह डोटासरा ने स्टेज पर गमछा घुमाकर डांस भी किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।
बताते चलें कि राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की आज लास्ट डेट है। प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नामांकन वापस ले सकते हैं। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।