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राजस्थान का रण: जस की तस पानी की समस्या

locationदौसाPublished: Sep 22, 2018 09:17:59 am

Submitted by:

gaurav khandelwal

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rajasthan ka ran

राजस्थान का रण: जस की तस पानी की समस्या

गौरव खण्डेलवाल


मतदान केन्द्र
रामकरण जोशी स्कूल दौसा

2013 में कुल मतदान
738
कांग्रेस को मिले वोट
578
भाजपा को मिले वोट
126


दौसा का मुस्लिम बहुल इलाका नागौरी मोहल्ला व सदर चौक आदि। आर्थिक रूप से इलाका समृद्ध नहीं है। लोग दिन-प्रतिदिन मेहनत मजदूरी कर पेट भरते हैं। विकास की गति भी धीमी है। सड़कें भी टूट रही हैं। कई जगह नालियां नहीं है। सबसे बड़ी समस्या तो पेयजल की है। बूंद-बूंद पानी के लिए लोग मशक्कत कर रहे हैं। गांवों से भी बुरे हालात हैं। पूरे विधानसभा क्षेत्र में अगर एक बूथ की बात की जाए तो कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीना को इसी इलाके से 2013 में सबसे Óयादा वोट मिले थे। लोगों से बातचीत में पता चला कि इस चुनाव में भी इलाके में वही पुराने मुद्दे हैं।

स्थानीय निवासी इरफान व बाबू खान ने बताया कि नालियां बने कई साल बीत गए हैं। विकास के नाम पर नया कुछ नहीं हुआ है। सफाई व्यवस्था का हल्ला मचाया जाता है। करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं, लेकिन उनके इलाके के साथ पक्षपात किया जा रहा है। उनका कहना है कि वोट मांगते वक्त नेताओं को उनका इलाका याद आता है, अन्यथा इस इलाके में कोई घुसता तक नहीं है। उनके एरिया में ना कोई नेता आता है और ना ही कोई अधिकारी।
जावेद और महिला माना ने बताया कि पानी के लिए दिन-रात मेहनत करनी पड़ती है। नलों से पानी की सप्लाई बंद है। निजी नलकूपों से पानी लाना पड़ रहा है। कुएं भी सूख गए हैं। पहले की अपेक्षा उनके इलाके में पानी की समस्या बढ़ गई है। घर के किसी भी काम से पहले पानी का इंतजाम करना नियति बनकर रह गई है। कई बार नेताओं व अधिकारियों को बताने के बावजूद कोई सुनने को तैयार नहीं है। इलाके में सड़कें भी टूट रही हैं। गंदगी के कारण दुर्गंध उठती रहती है।
कांग्रेस नेता जाबिर खान ने बताया कि भाजपा सरकार ने इलाके की उपेक्षा की है। पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। आपदा के नाम पर आया पैसा उनके इलाके में खर्च होना चाहिए, क्योंकि पानी का बहाव यहां सबसे अधिक रहता है। इसके बावजूद नगर परिषद दूसरी जगह पैसा खर्च कर रही है। भाजपा नेता चौधरी ने बताया कि सरकार ने बहुत काम कराया है।

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उनके इलाके के लोगों को मिल रहा है। दौसा में बीसलपुर का मीठा पानी भी पहुुंचा है। सफाई व्यवस्था में पहले की तुलना में बहुत सुधार है।


मतदान केन्द्र
राजकीय विद्यालय बापी
2013 में कुल मतदान
1041
कांग्रेस को मिले वोट
55
भाजपा को मिले वोट
876

पानी को तरस रहा औद्योगिक क्षेत्र


विधानसभा क्षेत्र का यह इलाका दौसा से सैंथल के बीच बापी गांव में पड़ता है। यह क्षेत्र दौसा की औद्योगिक नगरी है। दर्जनों फैक्ट्रियां यहां लगी है तथा हजारों मजदूर काम करते हैं। नेशनल हाईवे ए पर होने के कारण आवागमन की सुविधा भी बेहतर है। 2013 के चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी शंकरलाल शर्मा को यहां से बम्पर वोट मिले थे और वे चुनाव भी जीत गए थे। खास बात यह है कि विधायक ने इस गांव को गोद भी ले लिया। इसके बावजूद विकास को लेकर लोगों की मिश्रित प्रतिक्रिया है।

गांव में घुसते ही गंदगी फैली नजर आती है। नालियां जाम मिली तथा सफाई व्यवस्था भी खराब दिखी। कई इलाकों में भी पानी की समस्या के साथ सफाई आदि का अभाव मिला। ग्रामीण रामकिशोर चौबे, रामजीलाल विजय, मनमोहन पारीक, लल्लू प्रजापत, भारतसिंह आदि ने बताया कि आधे गांव में भी पानी की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है। रोडलाइट के अभाव में रात के समय समाजकंटकों का भय रहता है। सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं रहती। श्मशान घाट के लिए सड़क का अभाव है। रास्ते में कीचड़ रहता है। कई बार यह समस्या नेताओं को बताई, लेकिन समाधान नहीं हो पाया है।
इधर, बापी बूथ से भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष रामलाल शर्मा ने बताया कि गांव में सीसी सड़क बनी है। गांव में 24 घण्टे बिजली चालू की गई। अस्पताल का नया भवन तैयार हो गया। आरओ के पानी की व्यवस्था की गई है। कांग्रेस से पंचायत समिति सदस्य मुकेश शर्मा ने बताया कि विधायक ने गांव को आदर्श गांव का दर्जा दिलाया, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार के स्वीकृत कार्य भी नहीं करा सके। गांव में पानी की समस्या बनी हुई है। श्मशान में जाने वाला रास्ता नहीं बना। हैण्डपम्प नहीं लगे व पशु अस्पताल में चिकित्सक का पद रिक्त है।
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