उल्लेखनीय है कि यह कालाखोह बांध भांडारेज तहसील क्षेत्र के 25 गांव के लिए लाइफ लाइन माना जाता है। ऐसे में इस बांध के भरने के साथ ही तहसील मुख्यालय के आसपास के गांव में काश्तकारों को अब आने वाले समय में फसलों की आस जगने लगी है। दूसरी और तहसील मुख्यालय पर पेयजल आपूर्ति के लिए बनाए गए कुएं रिचार्ज हो सकेंगे। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को पानी की आपूर्ति भी नियमित रूप से मिलने की आस जगी है।
सब्जी उत्पादन के लिए भांडारेज कस्बा जिले में अपनी अलग पहचान रखता है, लेकिन कालाखोह बांध में पानी नहीं होने के चलते गत सालों से सब्जी उत्पादन करने वाले काश्तकारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया था, लेकिन लगातार हो रही बारिश व कालाखोह बांध के भरने के चलते एक बार फिर भांडारेज जिले में सब्जी उत्पादन में अपना स्थान बना पाएगा। इसके लिए हर जगह अब चर्चा भी होने लगी है बांध की चादर वाले क्षेत्र में सफाई का कार्य भी किया गया।
बांध में पानी की आवक लगातार होने के चलते चादर भी और तेज गति से चलेगी। ग्रामीणों ने बताया कि बांध भरने के बाद क्षेत्र के कालाखो, रेटा, कैलाई, दुब्बी, भोजपुरा, बासड़ा सहित सैकड़ों गांवों के लोगों को नहर के माध्यम से सिंचाई का पानी मिलने की संभावना है। इस दौरान सिकंदरा उप प्रधान केशंता, सियाराम गुर्जर, विनोद मीना, निहालसिंह, संतोष गुर्जर, रामहेत मीना, मूलचंद खारवाल, गिर्राज प्रजापत आदि ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।