जानकारी के अनुसार राजस्थान राÓय पथ परिवहन निगम के संयुक्त कर्मचारी यूनियनों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर गत दिनों करीब 20 दिन तक हड़ताल की गई थी। इससे अकेले दौसा आगार मेंं ही करीब एक करोड़ रुपए का राजस्व नहीं आ पाया था। ऐसे में दौसा आगार प्रशासन की ओर से गत तीन दिनों से गांधी तिराहे स्थित बस स्टैण्ड पर कार्मिकों की तैनाती की गई है।
इसके लिए सुबह 6 से 2 बजे तक एवं दोपहर 12 से शाम 8 बजे तक दो शिफ्ट में कर्मचारी लगाए गए है। ये कर्मचारी दिनभर बस स्टैण्ड एवं उसके आस-पास से यात्रियों को ले जाने वाले अन्य वाहनों को हटा रहे हंै। ऐसे में पुलिस की ओर से भी बस स्टैण्ड के समीप बेरिकेडिंग लगाई गई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के करीब 100 से अधिक बस स्टैण्डों पर पर कार्रवाई की जा रही है।
बस स्टैण्ड बना पार्किं स्थल, यातायात पुलिस मौन
गांधी तिराहे स्थित बस स्टैण्ड के समीप ही संकरी जगह पर सब्जी मण्डी स्थित है। ऐसे में यहां पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण लोग बस स्टैण्ड एवं आस-पास वाहन खड़े करकर चले जाते हैं। इसके चलते रोडवेज की बसें आगे-पीछे करने में चालक एवं परिचालक को खासी मशक्कत करनी पड़ती है। सुबह एवं शाम के समय तो बस खड़ी करने की जगह तक नहीं मिल पाती है। वहीं यात्रियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इसके बावजूद यातायात पुलिस का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
जिला कलक्टर एवं एसपी को कराया अवगत
परिवहन विभाग की ओर से रोडवेज बस स्टेण्डों के एक से दो किलोमीटर दूर तक यथा संभव अन्य निजी वाहनों का संचालन नहीं करने के निर्देश हैं। इसके बाद भी बस स्टैण्ड एवं आस-पास अन्य सवारी वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में इन वाहनों को रोकने के लिए कार्मिक लगाए गए है। इस संबंध में जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है।
कैलाशचन्द्र मीना, मुख्य आगार प्रबंधक, दौसा आगार
परिवहन विभाग की ओर से रोडवेज बस स्टेण्डों के एक से दो किलोमीटर दूर तक यथा संभव अन्य निजी वाहनों का संचालन नहीं करने के निर्देश हैं। इसके बाद भी बस स्टैण्ड एवं आस-पास अन्य सवारी वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में इन वाहनों को रोकने के लिए कार्मिक लगाए गए है। इस संबंध में जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है।
कैलाशचन्द्र मीना, मुख्य आगार प्रबंधक, दौसा आगार