इस पर टीम गठित कर योजनाबद्ध तरीके से डकैती की योजना को विफल कर हथियारबंद बदमाश निरंजन मीणा निवासी मीना सीमला, हिम्मत सिंह निवासी करोड़ी, सुरेश मीणा, पुष्पेंद्र मीणा निवासी मीना सीमला, रमाकांत मीणा निवासी हुडला थाना महुवा को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी ने बताया कि गिरोह का सरगना निरंजन शातिर अपराधी है तथा बालाजी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ जयपुर, करौली, अलवर, दौसा जिले के मेंहदीपुर बालाजी सहित विभिन्न थानों में लूट, डकैती, चोरी, जानलेवा हमला कर रुपए लूटनेव लड़ाई-झगड़ा करने का सहित विभिन्न धाराओं में 19 मुकदमे दर्ज हैं।
ये किए हथियार बरामद
थानाधिकारी ने बताया कि हथियारबंद बदमाशों से एक पिस्टल मय जिन्दा कारतूस, एक देशी कट्टा मय जिन्दा कारतूस, मिर्च पाउडर, दो रस्सी व दो मोटर साइकिल बरामद की है।
ये किए हथियार बरामद
थानाधिकारी ने बताया कि हथियारबंद बदमाशों से एक पिस्टल मय जिन्दा कारतूस, एक देशी कट्टा मय जिन्दा कारतूस, मिर्च पाउडर, दो रस्सी व दो मोटर साइकिल बरामद की है।
जीप चोरी व फिरौती के मामले में दस साल से फरार आरोपी गिरफ्तार
षडय़ंत्र में शामिल आरोपियों ने जेल से ही मांगी थी फिरौती
लालसोट. करीब दस साल पूर्व जीप चोरी व फिरौती के मामले में फरार एक आरोपी को लालसोट थाना पुलिस ने सिकंदरा पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल ग्यारह आरोपी है, जिसमें से आठ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस षडय़त्र में शामिल दो आरोपियों ने तो जिला कारागृह से ही 40 हजार रुपए की फिरौती मांगी थी। थाना प्रभारी राजवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि 30 अक्टूबर 2011 को कैलाश रावत की जीप को अज्ञात मुलजिम चुरा ले गए थे, जिसके बाद आरोपियों ने अपराधिक षडय़ंत्र रचकर जीप परिवादी के मोबाइल नंबर प्राप्त कर उससे जीप लौटाने के नाम पर चालीस हजार की फिरौती मांगी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच में सामने आया कि उक्त फिरौती की राशि जिला कारागृह दौसा में बंदी सतीश मीना निवासी शेखपुरा व जगदीश उर्फ छोट्या मीना निवासी जोल टोडाभीम द्वारा मोबाइल का उपयोग कर मांगी गई थी। जिसे परिवादी द्वारा दौसा बायपास आरोपियों को सौंपी गई। थाना प्रभारी ने बताया कि इस अपराधिक षडय़ंत्र में लिप्त सतीश मीना, जगदीश उर्फ छोट्या मीना, पिंटू उर्फ रोहित मीना, दयाराम उर्फ झंडू मीना, मिश्रीलाल मीना, हुकम उर्फ लंगड़ा मीना, बनवारी उर्फ गुट्या मीना, राजेश मीना व रामवतार मीना तो पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन जगमोहन मीना, इंद्र गुर्जर व रामकेश मीना फरार चल रहे थे, जिनकी तलाश लगातार जारी थी। इस दौरान आसूचना संकलन एवं ठोस मुखबिरी के आधार पर रामकेश मीना निवासी पीलवा खुर्द को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया,जिसे जेल भेज दिया। मामले में फरार दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।