पहल के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर घूम रहे आवारा पशुओं को 1 कैन्टर तथा 10 कर्मचारियों द्वारा राजमार्ग से उठाकर गोशाला दौसा में हस्तांतरित किया जा रहा है। टॉल मैनेजर नीरज चौधरी ने बताया कि भंड़ाना गांव के पास से 25 गायें, जीरोता मोड़ के पास से 13, वह कालाखोह के पास से 11 पशु अभी तक कम्पनी द्वारा गौशाला भिजवाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्य पशु पालन विभाग के सहयोग से सड़क पर वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। आगे भी गिरराजधारण मंदिर, लालसोट बायपास, दुब्बी आदि के पास से यह कार्य चलता रहेगा।
अन्य मार्गों पर भी है जरूरत
दौसा लालसोट कोटा स्टेट हाइवे, दौसा संैथल अलवर स्टेट हाईवे, सिकंदरा से बांदीकुई मार्ग, लालसोट से कोथून मार्ग सहित जिले से गांवों को जोडऩे वाले अंतरजिला मार्गों पर भी आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। यहां पर भी संबंधित विभाग व जिम्मेदारों को आगे आकर पहल करने की जरूरत है। ताकि यात्रियों के साथ मूकप्राणियों के प्राणों की भी रक्षा हो सके।
दौसा लालसोट कोटा स्टेट हाइवे, दौसा संैथल अलवर स्टेट हाईवे, सिकंदरा से बांदीकुई मार्ग, लालसोट से कोथून मार्ग सहित जिले से गांवों को जोडऩे वाले अंतरजिला मार्गों पर भी आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। यहां पर भी संबंधित विभाग व जिम्मेदारों को आगे आकर पहल करने की जरूरत है। ताकि यात्रियों के साथ मूकप्राणियों के प्राणों की भी रक्षा हो सके।
अब हर परिवार के पास होगी डिजिटल की ताकत
दौसा. जिलेे में 8 सितम्बर से पंचायत समिति व ग्राम पंचायत स्तर पर पात्र लाभार्थियों को सुलभ तरीके से मोबाइल व इंटरनेट प्लान उपलब्ध करवाने के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। आयोजित होने वाले शिविरों में जिले की समस्त टेलिकॉम सर्विस प्रदाता एजेंसी मोबाइल सैट एवं इंटरनेट डाटा प्लान के साथ उपस्थित रहेंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक आर.एस. बैरवा ने बताया कि इस योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभार्थियों को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि एक हजार रुपए पांच सौ-पांच सौ रुपए की राशि दो किश्तों में लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे ही ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए कोई आवेदन की आवश्यकता नहीं है।
प्रोत्साहन राशि बैंक खाते में पाने के लिए लाभार्थी का सही बैंक खाता भामाशाह से जुड़ा होना आवश्यक है। योजना की द्वितीय किश्त पाने के लिए लाभार्थी को अपने स्मार्ट मोबाइल फोन में ई-मित्र, भामाशाह वॉलेट, राजस्थान सम्पर्क आदि एप डाउनलोड कर अपना स्मार्टफोन रजिस्ट्रर करना होगा।