The government accepted the demands, the sit-in demonstrations ended
इस मौके पर रामफूल मीणा, रामस्वरूप, मंगू, पूरण सिंह ,पूर्व सरपंच रामजीलाल, रामकिशोर, अंगद राम मीणा, हरि सिंह बनवारी, कैलाश, माधव सिंह, शैतान सिंह, शांति, शिमला कैलाशी ,राजंती, रूपाली, मनभरी सहित दर्जनों महिलाएं एवं सैकड़ों पुरुष मौजूद थे।
इस मौके पर रामफूल मीणा, रामस्वरूप, मंगू, पूरण सिंह ,पूर्व सरपंच रामजीलाल, रामकिशोर, अंगद राम मीणा, हरि सिंह बनवारी, कैलाश, माधव सिंह, शैतान सिंह, शांति, शिमला कैलाशी ,राजंती, रूपाली, मनभरी सहित दर्जनों महिलाएं एवं सैकड़ों पुरुष मौजूद थे।
पीपलखेड़ा बनी ग्राम पंचायत, धरना समाप्त
खेड़ला. समीप के ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा को राÓय सरकार ने सोमवार को नई ग्राम पंचायत घोषित कर दिया। ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा में राजस्व गांव मौजपुर को भी शामिल किया गया है और इस नई ग्राम पंचायत को पंचायत समिति महुवा में रखा गया है। राÓय सरकार के आदेश आने के बाद ग्रामीणों ने धरना स्थल पर ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा, दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा को धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर आभार प्रकट किया।
खेड़ला. समीप के ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा को राÓय सरकार ने सोमवार को नई ग्राम पंचायत घोषित कर दिया। ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा में राजस्व गांव मौजपुर को भी शामिल किया गया है और इस नई ग्राम पंचायत को पंचायत समिति महुवा में रखा गया है। राÓय सरकार के आदेश आने के बाद ग्रामीणों ने धरना स्थल पर ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा, दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा को धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर आभार प्रकट किया।
गौरतलब है कि विगत 19 दिन से नई ग्राम पंचायत की मांग को लेकर पीपलखेड़ा के ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर रहे थे। सोमवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ने पीपलखेड़ा में धरना स्थल पर पहुंच कर राÓय सरकार के निर्णय से ग्रामीणों को अवगत कराया गया और धरना समाप्त करवाने की घोषणा की।
इस दौरान ग्रामीणों ने जिलाध्यक्ष सहित कांग्रेस पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने मिठाई बांट कर खुशी का इजहार किया। इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव विक्रम मंडावर, कांग्रेस जिला सचिव चंचल कसाना, पूर्व जिला परिषद सदस्य धांधूराम मीणा, बाबूलाल मेंबर सूबेदार धर्मसिंह डायरेक्टर रामकिशन गुर्जर, पूर्व सरपंच पूरण सिंह, सहीराम फौजी, धारासिंह, राघवराम, Óवाला सिंह, कैलाश पोसवाल, ज्ञानसिंह पटेल, जीतराम ठेकेदार, देवा गुर्जर, श्रीमान पोसवाल, अमरसिंह व लोकेश सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
The government accepted the demands, the sit-in demonstrations ended