The mockery of Janani Suraksha Yojana: Delivery in loading vehicle …. जानकारी के अनुसार हरिपुरा निवासी सावित्रि देवी के प्रसव पीड़ा होने पर परिजन लोडिंग वाहन में बैठाकर चिकित्सालय के लिए रवाना हो गए। जहां चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर पहुंचते ही प्रसव हो गया तो परिजनों ने उसे वाहन में ही लिटा दिया। नर्सिंगकर्मी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और महिला चिकित्सक को बुलाकर प्रसव कराया। डॉ. रामनिवास मीना एवं प्रभारी प्रभारी डॉ.गोविन्द सहाय बैरवा भी सूचना पर चिकित्सालय पहुंच गए। डॉ.मंजू मीना ने बताया के बच्चा उल्टा था और नवजात की नाल बाहर आ रही थी। बालक का आधा शरीर बाहर निकला हुआ था। ऐसी स्थिति में बालक का बचना संभव नहीं होता है। बाद में उसका प्रसव कराया गया और महिला को महिला वार्ड में भर्ती किया गया। जहां प्रसूता महिला सुरक्षित एवं स्वस्थ हैं।
रास्ते में लगे वाहन बने परेशानी
चिकित्सालय के बाहर प्रसव होने के बाद महिला को वार्ड मेंं भर्ती करने के लिए लाया गया तो रास्ते में आड़ी-तिरछी बाइकें लगे होने से वार्ड में ले जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने निरीक्षण के दौरान थाना पुलिस को रास्ते में खड़े वाहनों के खिलाफ जुर्माना कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन ये आदेश कुछ दिन क्रियान्वित होने के बाद मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिए गए।इससे मरीजों के लिए सुविधा दुविधा बनी हुई है। (नि.स.)
मरीजों की भरमार, स्टाफ की दरकार
नांगल राजावतान. राज्य सरकार भले ही लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए ढिंढोरा पीट रही हो, लेकिन इन दिनों चल रही मौसमी बीमारियों के चलते अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्टाफ की कमी होने से मरीजों को परेशानी हो रही है।