जिला मुख्यालय पर सुबह 6 से 9 बजे तक अधिकतर बाजारों में भीड़ रही। सब्जी व फल विक्रेताओं के एकजगह एकत्र होकर ग्राहकी करने पर रोक के बावजूद नियम तोड़ते नजर आए। जगह-जगह विक्रेता एक जगह भीड़ जुटाकर खड़े देखे गए। इसके अलावा किराना दुकानों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ती रही। गैर अनुमत दुकानदार भी सुबह के वक्त धड़ल्ले से व्यापार करते दिखे। वहीं निजी वाहनों पर रोक का नियम तो हवा ही हो गया है।
मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक लोग बाइक व कार आदि वाहन लेकर घूमते देखे गए। खास बात यह है कि पुलिस से लोग लुकाछिपी खेलते नजर आते हैं। जिस गली में पुलिस होती है, उसकी जगह दूसरी गली से वाहन ले जाते हैं। सुबह नौ बजे बाद पुलिस सक्रिय हुई, उससे पहले लोगों व व्यापारियों ने जमकर लॉकडाउन का मखौल उड़ाया। जानकारी के अनुसार दो दिन वीकेंड कफ्र्यू रहने से सोमवार को बाजारों में खासी भीड़ उमड़ी है। हालांकि 11 बजे बाद शाम तक बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। अब सुबह तीन-चार घंटे ही रौनक नजर आती है।
इधर, ग्रामीण इलाकों में भी लॉकडाउन की सही तरीके से पालना नहीं होने से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने शादियों के नियमों की पालना करा स्थिति को काफी काबू में कर लिया था, लेकिन सुबह 6 से 11 बजे तक बाजार पूरी तरह खुल रहे हैं। यहां पर अनुमत व बिना अनुमत की दुकानों का कोई भेद नहीं है। पूरे ही बाजार खुल रहे हैं। दुकानों पर जम कर भीड़भाड़ हो रही है। न कोई दुकानदारों को रोक रहा है और ना ही ग्राहकों को टोक रहा है। सोशल डिस्टेंस की पालना तो लोग भूल ही गए। मास्क की जगह लोग रुमाल से ही काम चला रहे हैं।