Toll collection started from private vehicles at Pichupada toll plaza टोल मैनेजर लाखनसिंह ने बताया कि रिडकोर कंपनी ने टोल वसूली का कार्य संवेदक को ठेके पर दिया है। सरकार के आदेश के बाद निजी वाहनों से टोल वसूली करने के साथ ही टोल से गुजरने वाले निजी वाहनों की गिनती का कार्य भी शुरू हो गया। टोल से प्रतिदिन निकलने वाले निजी वाहनों की गिनती की रिपोर्ट संवेदक कंपनी को सौंपेगें। कंपनी के अधिकारी इस रिपोर्ट को सरकार को सौंपेंगे।
इसके बाद संवेदक को नई दर के हिसाब से टोल वसूली का भुगतान कंपनी को करना होगा। जानकारी के अनुसार पीचूपाड़ा टोल पर पहले प्रतिदिन डेढ़ लाख रुपए की राजस्व आय थी। जो अब बढ़कर पौने दो से दो लाख रुपए तक होने की संभावना है, वहीं टोल से गुजरने वाले निजी वाहन चालकों ने टोल वसूली के फैसले को आमजन पर मार बताया है। निजी वाहन चालकों का कहना है कि सरकार जब-जब राजस्व बढ़ाती है तब तब आमजन की जेब पर भारी पड़ता है।
वाहनों का इतना लगता है टोल
10 पहिए या इससे बड़े भारी वाहन-2&0 रुपए
भारी वाहन (ट्रक)- 140 रुपए,
हल्का वाहन (मिनी ट्रक) 95 रुपए
बस -70 रुपए
कार-जीप व्यावसायिक- 25 रुपए
ट्रैक्टर-ट्रॉली व्यावसायिक -10 रुपए
जीप, कार आदि निजी वाहन -25 रुपए
टोल मैनेजर लाखन सिंह ने बताया कि सरकार ने अभी पूर्व निर्धारित दर से ही निजी वाहनों से टोल वसूलने के निर्देश हैं। उसके हिसाब से टोल वसूली शुरू कर दी है। Toll collection started from private vehicles at Pichupada toll plaza