बजट में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की आस
पर्यटन त्रिकोण जयपुर-दिल्ली-आगरा के बीच स्थित है दौसा जिला

दौसा. प्रदेश के सभी जिलों को भले ही विकास से जोडऩे की बात की जा रही हो, लेकिन पर्यटन त्रिकोण जयपुर-दिल्ली-आगरा के बीच स्थित दौसा जिले के विकास के लिए सरकार कोई विशेष प्रयास नहीं कर रही। इस बार राज्य बजट से लोगों को उम्मीद है कि दौसा में आभानेरी सहित अन्य पर्यटन केन्द्रों के विकास के लिए सरकार कोई घोषणा करेगी। हर वर्ष बजट से पूर्व जिलेवासी सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं होने, बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलने तथा व्यापारियों को टैक्स में छूट मिलने की घोषणा की उम्मीद लगाते हैं।
इसके बाद भी पहले तो घोषणा ही नहीं की जाती और जो घोषणाएं की जाती है तो उन्हें समय पर पूरा नहीं किया जाता है। इससे जहां जिलेवासी हर बार मन मसोस कर रह जाते हैं, वहीं जिले में आने वाले लोगों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसको लेकर जिले के विभिन्न सामाजिक संगठन भी कई वर्षों से जिले में सुविधाओं के विस्तार की मांग कर रहे हैं। खास बात यह है कि जनप्रतिनिधि उनकी मांगों पर घोषणा तो कर देते हैं, लेकिन उन्हें समय पर पूरा नहीं करते हैं। इससे लोगों की उम्मीदों को हर बार झटका लगता है।
ये अधूरी रही घोषणाएं
जिला अस्पताल में एमआरआई की सुविधा आज भी शुरू नहीं की गई है। इसी प्रकार जिले में गुर्दों के मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में हीमोडायलीसिस सुविधा भी शुरू नहीं की जा सकी है। संत सुंदरदास का पेनोरमा बनाने की घोषणा के तीन वर्ष बाद भी कार्य पूरा नहीं हो सका है। इसी प्रकार धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी व आभानेरी के विकास के लिए पर्याप्त बजट नहीं दिया जा रहा।
रेलवे फाटकों पर जाम की परेशानी से निजात दिलाने के लिए खान भांकरी व धौली गुमटी फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण कराने की घोषणा के बाद भी कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका। जिले में उद्योगों के विकास के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किए गए और ना ही बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
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