दौसा

दौसा…कालीपहाड़ी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि,  ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

पंचायत प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन किया

दौसाMay 30, 2020 / 02:38 pm

Rajendra Jain

-कुण्डल. कालीपहाड़ी गांव में खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन करते ग्रामीण।

कुण्डल. ग्राम पंचायत कालीपहाड़ी में एक साल से पीने के पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। पेयजल समस्या से त्रस्त ग्रामीणों का गुस्सा फूट पडा। ग्रामीणों ने जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन किया।
मूलचन्द मीना, खेड़ापति बालाजी मंदिर के संत सोहनदास ने बताया कि क्षेत्र में एक वर्ष से पेयजल समस्या व्याप्त है, जिसके चलते ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड रहा है। ग्राम पंचायत प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बाद भी आज तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हुई। Tragedy for the water in Kalipahari, villagers got angry
दिनेश जोगी, विष्णु प्रजापत ने बताया कि हमारे यहां एक वर्ष से अधिक समय से पेयजल समस्या व्याप्त है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी किसी भी अधिकारी व कर्मचारी का समस्या निराकरण की ओर कोई ध्यान नहीं है।
सीमा प्रजापत ने बताया कि पानी के अभाव में दो किमी. दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। निजी बोरवैलों पर बनी टंकी से पानी लाने की मजबूरी है। उगन्ती प्रजापत ने बताया कि एक-एक बर्तन पानी के लिए घण्टों तक इंतजार करना करना पडता है, पानी के लिए लम्बा इंतजार करने से घरों का काम भी समय से नहीं कर पाते है। गुड्डी सैन ने बताया कि दिन निकलने से पूर्व ही पानी की चिन्ता सताए रहती है। पानी के लिए सुबह 4 बज उठकर निजी बोरवैल पर जाकर पहले नम्बर लगाना पड़ता है। Tragedy for the water in Kalipahari, villagers got angry
बाबूलाल मीना, राजू बैरवा ने बताया कि कालीपहाडी गांव में खेड़ापति बालाजी मन्दिर के पीछे बनी पेयजल टंकी में कभी-कभार खारा पानी आता है। पाइप लाइन जर्जर होने के कारण पानी टंकी में नहीं चढ़ पाता है। इसके चलते लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए भटकना पडता है। ग्रामीणों ने बताया कि जल्द पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उन्हे आन्दोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। Tragedy for the water in Kalipahari, villagers got angry
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