इनमें से करीब एक दर्जन होटल-ढाबे हैं और करीब 400 दुकानें हैं। इस मार्ग का निर्माण शुरू हुए करीब एक वर्ष बीत चुका है और अभी तक मार्ग पर मात्र 30 प्रतिशत कार्य ही हो पाया है। हालांकि इस मार्ग के निर्माण कार्य के पूरा होने की समय सीमा नवम्बर 2019 है, लेकिन कार्य यदि इस गति से चलता रहा तो नवम्बर 2019 तक निर्माण कार्य पूरा होना मुश्किल है।
तभी खुल पाएंगे दुकान ढाबे : सड़क मार्ग पर करीब एक वर्ष से कार्य शुरू होने के ही दुकान व होटल ढाबे बंद होने के साथ ही इनके संचलकों के रोजगार ? पर ब्रेक लगे हुए हैं। जब तक हाइवे का निर्माण पूरा नहीं होगा, तब तक वापस रोजगार चलना मुश्किल है।
खुली लॉटरी तो कई लोगों का धंधा हो गया चौपट
इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिन लोगों ने अपनी भूमि में आवासीय पक्का निर्माण नहीं कर रखा था और जिनकी खाली भूमि सड़क के अधिग्रहण हो गई उनको तो अच्छा , मुआवजा मिल गया। इससे उनकी एक तरह से लॉटरी खुल गई, लेकिन जो लोग होटल-ढाबे एवं दुकान संचालित कर पेट पालन कर रहे थे उनका रोजगार छीन गया। इससे उनके सामने दो जून की रोजी-रोटी का संकट खड़ा गया।
वाहन खड़े करने के लिए नहीं है स्थान
जिन लोगों की दुकान एवं होटल ढाबों की जमीन हाइवे में अधिग्रहण नहीं भी हुई उनके आगे सड़क निर्माण चलने से वाहन खड़े करने के लिए जगह ही नहीं बची है। ऐसे में उनके आगे ग्राहक ठहरते ही नहीं है। ग्राहक नहीं आने के कारण उनका व्यवसाय चौपट हो गया है।
यहां तक ही अब हाइवे पर जगह-जगह सीसी रोड निर्माण पर डिवाइडर के कारण रास्ते ही बंद हो गए हैं। होटल संचालक मुकेश ठीकरिया ने बताया कि उन्होंने कई वर्ष से उनकी दुकान एवं होटल चल रही थी, लेकिन हाइवे निर्माण के बाद व्यवसाय चौपट हो गया। कई लोगों का रोजगार छीन गया है।
निकलते थे देशी-विदेशी पयर्टक
दौसा से सवाईमाधोपुर, गंगापुर व कौथून जाने वाले मार्ग पर दौसा से लालसोट तक फोरलेन निर्माण कार्य चल रहा है। इस मार्ग पर होकर सवाईमाधोपुर रणथम्भौर राष्ट्रीय अभयारण्य के लिए देशी व विदेशी पर्यटक अधिक निकलते हैं। अब ये पर्यटक फोरलेन निर्माण के कारण दौसा से लालसोट के बीच खरीदारी करने, खाना खाने एवं आराम करने के लिए नहीं ठहरते हैं। ये पर्यटक लालसोट से आगे ही होटल-ढाबों पर ही ठहरते हैं। यही नहीं इस मार्ग पर होकर टोंक, कोटा आदि के लिए भी लोग आवागमन करते हैं।
दौसा से सवाईमाधोपुर, गंगापुर व कौथून जाने वाले मार्ग पर दौसा से लालसोट तक फोरलेन निर्माण कार्य चल रहा है। इस मार्ग पर होकर सवाईमाधोपुर रणथम्भौर राष्ट्रीय अभयारण्य के लिए देशी व विदेशी पर्यटक अधिक निकलते हैं। अब ये पर्यटक फोरलेन निर्माण के कारण दौसा से लालसोट के बीच खरीदारी करने, खाना खाने एवं आराम करने के लिए नहीं ठहरते हैं। ये पर्यटक लालसोट से आगे ही होटल-ढाबों पर ही ठहरते हैं। यही नहीं इस मार्ग पर होकर टोंक, कोटा आदि के लिए भी लोग आवागमन करते हैं।
इस मार्ग पर संचालित चाय की थडिय़ां, दुकानें एवं होटल ढाबों पर वर्तमान में बाहर के यात्री ही ठहरते हैं। अभी तीस प्रतिशत काम हुआ है
मनोहरपुर-कौथून राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी 30 प्रतिशत काम हो पाया है। अभी जगह-जगह मिट्टी, सीसी निर्माण व पुलियाओं का काम चल रहा है।कार्य पूरा होने की तिथि नवम्बर 2019 है।
वाईबी सिंह, परियोजना निदेशक एनएचएआई