सूत्रों के मुताबिक गादरवाड़ा गूजराना के बैरवा बास निवासी युवक जयपुर सवाईमानसिंह चिकित्सालय में संविदा पर वार्ड ब्वॉय के पद पर कार्यरत है। इसकी 22 मार्च को तबीयत बिगडऩे पर कोरोना यूनिट में भर्ती कराया गया, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आने पर 28 मार्च को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद वह जयपुर से पैदल ही अपने गांव आ गया। जहां उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। चिकित्सा विभाग की टीम ने भी मौके पर पहुंच स्क्रीनिंग की, लेकिन रात करीब 11 बजे श्वास लेने में परेशानी हुई। सूचना पर डॉ.महेन्द्रसिंह, डॉ.अचल भटट एवं चिकित्साकर्मी मधूसूदन शर्मा मौके पर पहुंचे और उसे जयपुर रैफर कर दिया गया।
इसी प्रकार राजेश पायलट कॉलेज से आगे ओवरब्रिज के समीप रहने वाले एक युवक 22 मार्च को गुजरात से आया। इसके बाद दिल्ली भी जाकर आया। उसकी भी कई दिनों से तबीयत खराब थी और शाम को गले में परेशानी होने पर चिकित्सालय पहुंचा। जहां चिकित्सकों ने जांच कर उसे भी दौसा रैफर कर दिया। इसको लेकर उपखण्ड अधिकारी पिंकी मीणा, बसवा तहसीलदार ओमप्रकाश गुर्जर एवं पुलिस वृत्ताधिकारी संजयसिंह चम्पावत भी गादरवाड़ा के बैरवा ढाणी पहुंचे और मामले की जानकारी ली। लोगों को घरों से बाहर नहीं घूमने की हिदायत दी गई। ग्राम पंचायत प्रशासन की ओर से गांव में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव कराया गया।
वहीं कोलवा थाना प्रभारी बनवारीलाल भी क्षेत्र में पूरी नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा प्रशासन की ओर से बसवा रोड पर राजेश पायलट कॉलेज से धौली गुमटी तक बांस-बल्लियां लगाकर पूरी तरह आवागमन बंद कर दिया गया है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-आशा सहयोगनी भी घर-घर जाकर सर्वे में जुट गई है,। सभी को दोनों युवकी की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है।
ब्लॉक सीएमएचओ डॉ.आरपी मीणा ने बताया कि अब तक बाहर से आए व स्थानीय लोगों सहित करीब 3 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। यदि कोई व्यक्ति बाहर से आता है तो आस-पास के लोग प्रशासन को सूचित करें।