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चरागाह भूमि मुक्त कर गोशाला खुलवाने के लिए अनशन पर बैठे ग्रामीण

locationदौसाPublished: Aug 04, 2021 07:33:39 am

Submitted by:

Rajendra Jain

dausa तहसीलदार व थाना प्रभारी ने मौका देख दिया शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन

चरागाह भूमि मुक्त कर गोशाला खुलवाने के लिए अनशन पर बैठे ग्रामीण

पापड़दा बस स्टैण्ड पर चरागाह भूमि को मुक्त करा कर गोशाला खुलवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।

दौसा. पापड़दा कस्बे स्थित बस स्टैण्ड स्थित बालाजी मंदिर पर मंगलवार को ग्राम पंचायत पापड़दा की विभिन्न ढाणियों के ग्रामीण चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटा कर उसमें गोशाला खुलवाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं। सूचना पर नांगलराजावतान तहसीलदार ज्वालासहाय मीना एवं थाना प्रभारी बनवारीलाल ने मौके पर आकर अनशन पर बैठे ग्रामीणों की समस्या सुनी व शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पापड़दा में करीब 860 बीघा चरागाह भूमि है। इसकी अधिकांध भूमि पर लोगों ने अतिक्रमण कर मकान भी बना रखे हैं तो कहीं पर खेती कर रखी है। ग्रामीण लोहड़ीराम मीना ने बताया कि चरागाह के अभाव में उनकी फसलों को आवारा पशु चट कर जाते हंै। ऐसे में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक गोशाला की बहुत ही जरूरत है। यदि यहां की चरागाह भूमि को मुक्त कराकर उसमें एक गोशाला खुलवा दी जाए तो किसानों की समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। इधर सूचना पर पापड़दा पहुंचे नांगलराजावतान तहसीलदार एवं थाना प्रभारी ने अतिक्रमण की चपेट में आई चरागाह भूमि का मौका मुकायना किया और आश्वासन दिया कि शीघ्र ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि खरीफ फसल की कटाई के बाद चरागाह भूमि का सीमाज्ञान किया जाएगा।
इधर ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक वे धरना खत्म नहीं करेंगे। इस अवसर पर लालाराम मीना, अमित मीना, रामकिशोर, कालूराम, रामजीलाल, हरसहाय, मोती मेदावत, मोती जागवाला, प्रहलाद मीना, राजू मीना, रमेश कोठीवाला, सीताराम व भूरावत समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।

अघोषित विद्युत कटौती का विरोध
गीजगढ़. ग्राम पंचायत जयसिंहपुरा के गढ़ी गांव में अघोषित विद्युत कटौती का विरोध व जीएसएस फीडर बदलवाने की मांग को लेकर बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर निगम कमर्चारियों के खिलाफ रोष जताया। ग्रामीण चेतराम मीना सहित अन्य ने बताया कि गढ़ी गांव में जयसिंहपुरा जीएसएस से विद्युत आपूर्ति की जाती है, लेकिन कर्मचारियो की मनमानी के चलते उनके गांव में विद्युत की अघोषित कटौती की जाती है। इसके चलते ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस दौरान नाथू लाल, शिवलाल, विश्राम, लल्लू, मेघराज सहित अन्य मौजूद थे।

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