इसमें भी 25 टैंकरों में मात्र 15 से 20 टैंकर ही पानी सप्लाई हो रहा है। फिर भी पहले की तरह ही 7 दिन में एक बार ही नलों में पानी दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पानी के टैंकर सप्लाई चालू नहीं होने से पहले भी जलदाय विभाग के अधिकारी 7 दिन में ही एक दिन पानी आपूर्ति करता है, वहीं अब टैंकरों से टंकी में पानी पहुंचाने के बाद भी सात दिन में एक ही दिन पानी की सप्लाई हो रही है जबकि एक लाख लीटर पानी की आवक बढ़ी है। लोगों का कहना है कि कस्बे में जगह-जगह पाइप लाइनों में लीकेज हो रहे हैं।
इससे सैकड़ों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। इस संबंध में विधायक मुरारीलाल मीणा व जलदाय विभाग के एक्सईएन को भी अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक पेयजल व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है ना ही पाइप लाइनों को सही किया जा रहा है। इससे टैंकरों से सप्लाई करने होने वाला पानी भी व्यर्थ बहने से समस्या जस की तस बनी हुई है । लोगों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन भेजकर पेयजल आपूर्ति में सुधार की मांग की है।