पुलिस ने बताया कि रसीदपुर निवासी विवाहिता पूजा बैरवा सोमवार देर रात्रि अपने ही घर के अंदर कमरे में पंखे पर चुनरी का फंदा बना कर झूल गई। जिसका पता मंगलवार तड़के करीब साढ़े & बजे मृतका के सास – ससुर को उसके छोटे से ब’चे की रोने की आवाज से लगा। घटना की सूचना मिलते ही मंडावर थाना पुलिस व महुवा सीओ शंकरलाल मीणा ने मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली। पुलिस के पहुंचने से पहले ही परिजनों ने शव को नीचे उतार लिया था। पुलिस ने राजकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करा कर शव को पीहर पक्ष के लोगों के सुपुर्द कर दिया।
अलवर थाना इलाके के साठ फुट रोड निवासी मृतका के पिता प्रहलाद बैरवा ने रिपोर्ट दी कि उसकी बेटी का पति राजेन्द्र ,ससुर पूरण, ननद व देवर मुकेश आए दिन दहेज के लिए मारपीट कर उनकी बेटी के साथ मारपीट करते थे। उन्होंने बताया कि दहेज में एक गाड़ी व 10 लाख रुपए की मांग करते थे। ऐसे में ससुराल पक्ष के लोगों ने मिल कर उनकी बेटी पूजा की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि 20 जून 2018 को उनकी पुत्री पूजा का विवाह राजेंद्र बैरवा के साथ हुआ था।
मृतका पूजा बैरवा के शव के पोस्टमार्टम के दौरान मिले सुसाइड नोट में पूजा ने लिखा कि मेरी मौत के जिम्मेदार मेरा पति , सास-ससुर, ननद व देवर होंगे। इनके अत्याचार असहनीय है इन्हें सजा मिलनी चाहिए ।