सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर मार्कर्स कल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर शुभम सेहरावत, निर्मल सिंह, दिपेंद्र परमार, हर्ष प्रताप, सतेंद्र कुमार, कुणाल किशोर सिंह, प्रदीप सुबैया और नितेश ठाकुर ने ड्रिल सयर पर अपनी—अपनी जगह ली। एडवांस कल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढाते परेड के लिए पहुंचे। कदम—कदम बढाए जा, खुशी के गीत गाए जाए,ये जिन्दगी है कौम की, तू कौम पे लुटाए जाए।’ आत्मविश्वास से लबरेज 457 जेंटलमैन कैडेट ड्रिल समय पर पहुंचे, तो लगा कि विशाल सागर उमड आया है।
एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। परेड कमांडर आदित्य निखरा ने ड्रिल सयर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। इधर युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे, तो आसमान से हेलीकाप्टरों के जरिये उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी।
परेड की सलामी लेने के बाद नेपाल के सेना प्रमुख ने कैडेट्स को आेवरआल बेस्ट परफरमेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। इस दौरान आरट्रैक कमांडर ले जनरल मनोज मुकुंद नरवाने,आइएमए के कमांडेंट ले.जनरल एसके झा, डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल जेएस नेहरा समेत कई सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अािकारी उपस्थित रहे।
इन राज्यों के कैडेट हुए उत्तीर्ण
एेतिहासिक ड्रिल सयर पर कदमताल करने वालों में सर्वाधिक 63 कैडेट उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं, उत्तराखंड के 33, हरियाणा के 49, बिहार के 35,पंजाब के 29, हिमाचल प्रदेश व महाराष्ट्र के 22—22, राजस्थान के 20, जम्मू—कश्मीर के 17, मध्य प्रदेश के 14, पश्चिम बंगाल के 12, तमिलनाडु के 09, कर्नाटक व झारखंड के 8—8, मणिपुर व दिल्ली के 7—7, केरल के 05,आंध्रप्रदेश के 03, तेलंगना व असम के चार-चार, ओडिशा के तीन, मिजोरम व चंडीगढ के 2—2, गुजरात, छत्तीसगढ, मेघालय, नागालैंड व त्रिपुरा के एक-एक कैडेट परेड का हिस्सा बने।
विदेशी कैडेटों में अफगानिस्तान के सर्वाधिक 45, तजाकिस्तान के 13, भूटान के 09, लेसोथो के तीन, तंजानिया के 2, नाइजीरिया व किर्गिस्तान के एक-एक कैडेट शामिल हुए। इस दौरान आरट्रैक कमांडर ले जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, आईएमए के कमांडेंट ले. जनरल एसके झा समेत कई सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे।