scriptउत्तराखंडः बादल फटने से थराली व घाट में भारी तबाही | Cloudburst in uttarakhand, heavy devastation in ghat and tharali | Patrika News

उत्तराखंडः बादल फटने से थराली व घाट में भारी तबाही

locationदेहरादूनPublished: Jul 16, 2018 07:32:04 pm

Submitted by:

Brijesh Singh

उत्तराखंड में सोमवार की रात से शुरू हुई बारिश का कहर चमोली जनपद के घाट व थराली ब्लॉक पर बरपा। थराली ब्लॉक के थारडंबगड़ में तडक़े तीन बजे बादल फटने से करीब 12 दुकानें, पांच बाइक, 10 कार बह गए। साथ ही घरों में भी पानी के साथ मलबा घुस गया।

cloudburst in uttrakhand

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अमर श्रीकांत

देहरादून। उत्तराखंड में आसमानी आफत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चमोली जनपद के थराली व घाट ब्लॉक में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। पिथौरागढ़ में चट्टान गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। साथ ही विभिन्न स्थानों पर करीब 12 पुल भी बह गए। हालात कुछ ऐसे हो गए कि लोगों को तकरीबन तीन साल पुराना केदारनाथ धाम सहित चार धाम यात्रा मार्ग में आई भारी तबाही का स्मरण हो आया।

 

 

बह गई दुकानें और कार-मोटरसाइकिलें

उत्तराखंड में रविवार की रात से शुरू हुई बारिश का कहर चमोली जनपद के घाट व थराली ब्लॉक पर बरपा। थराली ब्लॉक के थारडंबगड़ में तडक़े तीन बजे बादल फटने से करीब 12 दुकानें, पांच बाइक, 10 कार बह गए। साथ ही घरों में भी पानी के साथ मलबा घुस गया। तबाही की जानकारी मिलते ही चमोली जिला प्रशासन ने तडक़े चार बजे आपात बैठक कर राहत व बचाव के लिए रेस्क्यू टीमों को घटना स्थल की ओर रवाना कर दिया।

 

 

बढ़ने लगा नदियों का जलस्तर, लोगों की धड़कनें बढ़ीं

चमोली के घाट ब्लॉक में भी कुडी गांव के पांच परिवार बेघर हो गए। साथ ही गोशाला में दबने से कई पशुओं की मौत हो गई। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जनपद के गौला (मुनस्यारी) में चट्टान गिरने से एक महिला के मौत की भी खबर है। इसके अलावा बदरीनाथ व केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कई स्थानों में सडक़ें बंद हो गई हैं। अलकनंदा समेत कई नदियों का जलस्तर बढऩे से स्थिति चिंताजनक है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के 13 में से 11 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है।

 

 

तबाही का वो मंजर…

बहरहाल, पिछले 24 घंटों के दौरान तबाही का जो मंजर सामने आया, उससे स्थानीय लोग भी हिल गए। दरअसल, उनके डरने की भी वजह वाजिब थी। करीब तीन साल पहले जून महीने के मध्य में ऐसे ही मौसम में आई तबाही ने हजारों जनहानि के अलावा बस्तियों को मलबे के ढेर में तब्दील करके लोगों को ऐसा भयावह दंश दिया था कि जरा सी बारिश में भी लोगों के चेहरों पर खौफ पसर जा रहा है।

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