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आखिर मौसम को लेकर क्यों बेचैन है उत्तराखंड सरकार!

locationदेहरादूनPublished: Jun 05, 2018 07:25:39 pm

Submitted by:

Prateek

उत्तराखंड सरकार इन दिनों बेहद चिंतित है। वजह है….

trivendra singh rawat file photo

trivendra singh rawat file photo

(देहरादून): उत्तराखंड सरकार इन दिनों बेहद चिंतित है। वजह है, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से चारधाम यात्रा पर रखी जा रही निगरानी। दरअसल, ताजा घटनाक्रम मौसम विभाग की भविष्यवाणी को लेकर है, जिसमें उसने अगले कुछ घंटों में भयंकर आंधी और बारिश की आशंका जाहिर की है। मौसम विभाग ने नए सिरे से मंगलवार को अलर्ट भी जारी किया। इस अलर्ट ने ही उत्तराखंड सरकार की चिंता बढ़ाई।

21 जून को देहरादून पहुंचेंगे पीएम मोदी

दरअसल प्रदेश में चारधाम की यात्रा के अलावा हेमकुंड साहिब की यात्रा भी चल रही है। इसके अतिरिक्त आगामी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी देहरादून आना है। ऐसे में पहले ही यात्रा के आधे-अधूरे इंतजामों के चलते प्रधानमंत्री मोदी की नाराजगी से आशंकित उत्तराखंड सरकार के लिए इंतजामों को दुरुस्त करना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। माना जा रहा है कि मौसम का अगर यही रवैया रहा, तो रास्तों के दुरुस्तीकरण के साथ ही सुरक्षा को लेकर भी चिंता और गहरी हो सकती है।

उत्तराखंड सरकार को भी इस तथ्य का पता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय उत्तराखंड त्रासदी के बाद से नए सिरे से इंतजामों को पुख्ता करने को लेकर काफी संजीदा है। खुद प्रधानमंत्री इस काम की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। पहले कहा जा रहा था कि केदारनाथ में पट खुलने के बाद पहले दर्शन के लिए प्रधानमंत्री भी मौजूद रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और प्रधानमंत्री दर्शनों को नहीं पहुंचे। माना गया कि प्रधानमंत्री केदारनाथ यात्रा और त्रासदी के बाद के पुनरुद्धार कार्य की प्रगति को लेकर बेहद नाखुश हैं, इसलिए उन्होंने केदारनाथ दर्शन को टाल कर एक तरह से उत्तराखंड सरकार को संकेत दे दिया था कि वे चार धाम यात्रा के इंतजामों को लेकर संजीदगी बरतें। अब हालात यह हैं कि अभी जब कि बारिश का शुरुआती दौर ही है, चार धाम की यात्रा इतने समय में ही कई बार रुक चुकी है।

 

ऐसे में बारिश के प्रचंड मौसम में यात्रा का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। बहरहाल राज्य सरकार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक की, जिसमें सभी जिलाधिकारियों को मौसम विभाग के ताजा अलर्ट के हवाले से सावधान रहने के आदेश जारी किए गए। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम की जानकारी से तीर्थयात्रियों को अपडेट कराया जाए, ताकि तीर्थयात्री मौसम का ध्यान रखकर अपनी यात्रा का प्रोग्राम तय करें। उल्लेखनीय है कि आगामी 6 से 10 जून तक और फिर 19 जून से 22 जून तक उत्तराखंड में अंधड़ और जोरदार बारिश की आशंका है। अब तक विभिन्न घटनाओं में करीब 28 से ज्यादा तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।

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