इस बीच, उत्तराखंड
भाजपा के कुछ पदाधिकारी और पार्टी के विधायक सरकार के फैसले से नाखुश हैं। ऐसे लोगों की अगुआई कर रहे उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष भट्ट ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी इस प्रकरण को लेकर बातचीत की है। भरोसेमंद सूत्रों ने दावा किया कि जल्द ही तीर्थ-पुरोहितों, उत्तराखंड सरकार और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच तीर्थ-पुरोहितों के हक-हकूकों को लेकर बैठक की जाएगी। ताकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से तीर्थ-पुरोहितों को यह भरोसा मिल सके कि धामों की पूजा पद्धति, परंपराएं और उनके हक-हकूक सुरक्षित रहेंगे। हालांकि, सरकार ने तीर्थ पुरोहितों को आश्वासन दिया है कि उनके हित और बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आने वाले मंदिरों से जुड़ी सभी परंपराओं का संरक्षण किया
जायेगा।