उत्तराखंड में संपन्न हुए निकाय चुनाव के परिणामों से यह बात साबित हो गई है कि उत्तराखंड भाजपा में गुटबाजी जोरों पर है। सबसे महत्वपूर्ण बात इस निकाय चुनाव में यह रही कि सांसद डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के संसदीय क्षेत्र हरिद्वार में भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार को पराजय का मुंह देखना पड़ा।
हरिद्वार में ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मंत्रिमंडल में शामिल हैवीवेट मंत्री मदन कौशिक की भी नहीं चली। हरिद्वार में भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा।
दरअसल हरिद्वार में जिस तरह से टिकट आवंटन को लेकर पार्टी के शीर्ष नेताआें के बीच चुनाव के पहले खिंचतान देखने को मिला। उसका नतीजा निकाय चुनाव परिणाम पर पूरी तरह पड़ा है। कोटद्वार में भी भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा। यहां पर भी टिकट आवंटन को लेकर भाजपा के अंदर घमासान देखने को मिला। असल में यहां पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल में शामिल वरिष्ठ मंत्री डा.हरक सिंह रावत पर पार्टी ने भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार को विजयी बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री और पौड़ी के सांसद मेजर जनरल (अवकाश प्राप्त) भुवन चंद्र खंडूड़ी के करीबी को टिकट नहीं मिलने से भाजपा के कार्यकर्ता अवकाश पर चले गए थे। जिसकी वजह से भाजपा के मेयर पद के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा। खास बात यह है कि इस क्षेत्र से डा.हरक सिंह रावत कैबिनेट मंत्री हैं जो बीते चुनाव के समय कांग्रेस से भाजपा में आए थे। पिछले विधान सभा चुनाव में कोटद्वार से विजयी हुए और तमाम भाजपा कार्यकर्ताआें के विरोध के बावचूद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आदेश पर डा.रावत को मंत्री बनाया गया।
निकाय चुनाव में डा.रावत ने भी भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार नहीं किया। इसके अलावा उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष अजय भट्ट करीब 7 फीसद पार्षद और सभासद पदों के लिए उम्मीदवारों की पैरवी की थी। जिसमें अधिकतर की हार हुई है। इन नगरपालिका और नगर पंचायतों में 837 परिणामों में से 472 पर निर्दलीय उम्मीदवारों का कब्जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की कुल 7 मेयर की सीटों में से 5 भाजपा और शेष 2 कांग्रेस के खाते में गई हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान जल्द ही निकाय चुनाव के परिणामों की समीक्षा करेगा। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट को दिल्ली तलब किए जाने की संभावना है।