जानकारी के मुताबिक चमोली जिले के थराली में बादल फटने की घटना देर रात दस बजकर तीस मिनट फल्दिया गांव में भारी मात्रा में मलबा आने से महिला श्रीमती पुष्पा देवी उसकी बेटी ज्योति मलबे में दब गए। बादल फटने से मची तबाही से यहां लगभग 12 घर बह गए हैं। स्थानीय निवासियों के गांय भैंस के खाने पीने का समान भी पानी में बह गया है। इसके चलते प्रशासन ने यहां रह रहे 10 – 12 परिवारों को गांव की प्राइमरी एवं हाईस्कूल में रहने की व्यवस्था करवाई है। इसके साथ ही पीड़ित परिवारों को आवश्यक सुविधा मुहैया करवाई गई है।
बारिश का दौर रहेगा जारी
मौसम विज्ञाम केंद्र के विक्रम सिंह के मुताबिक मानसून के चलते बारिश का यह दौर राज्य में अभी जारी रहेगा। मैदानी की अपेक्षा में बारिश पहाड़ी इलाकों में ज्यादा होगी। देहरादून, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में बरसात ज्यादा होने की संभावना है।
टिहरी के घनसाली में भारी कहर इसके अलावा टिहरी के घनसाली में बादलों के फटने ने भारी कहराया बरपाया। यहां घनसाली के थारती गांव के ऊपर रात एक बजे बाद फटने से कोहराम मच गया। इसके चलते एक महिला मंगानी बुटोला ( ३५) और उसके पुत्र सुरजीत बुटोला (६) की मौत हो गई थी। इसके अलावा उनकी पुत्री सपना बुटोला को हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया था। इसके अतिरिक्त एक व्यक्ति लापता है और दो लोग घायल हुए हैं।
घटना की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ व तहसीलदार मौके पर पहुंचे। बताया गया कि शंकर सिंह के घर पर बादलों ने कहर बरपाया। शंकर सिंह, उनकी पत्नी बचन देई, कुमारी सपना और कुमारी ईशा को मलबे से ग्रमीणों ने निकाल लिया। जैसे तैसे कर के चिकित्सा विभाग की टीम रात के समय इलाके में पहुंची।
इसके अलावा टिहरी के ही एक कीर्ति नगर में चौकी के कुलेठी गांव में लगभग १२ बजे बादल फटने से गांव में मलबा आ गया। 44 मुर्गियां व 4 खच्चर बह गए। हांलाकि इलाके में कोई जनहानि कि सूचना अभी तक नहीं हुई है। इलाके में एतिहायतन एसडीआरएफ तैनात कर दी गई है।