डीजी कोस्टगार्ड राजेन्द्र सिंह ( DG Coast Guard Rajendra Singh ) ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ( CM Trivendra Singh Rawat ) से मुख्यमंत्री आवास पर मिलकर उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र खोलने के लिए भारत सरकार का अनुमति पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। इसके साथ ही कोस्टगार्ड एस.डी.आर.एफ को आपदा से राहत व बचाव के तरीकों के लिए प्रशिक्षण भी देगा। इतना ही नहीं राज्य के युवाओं को भी कोस्टगार्ड द्वारा आपदा से राहत व बचाव कार्य का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ( CM Trivendra Singh Rawat ) ने कहा कि उत्तराखण्ड सैन्य प्रदेश है। सेना के विभिन्न अंगों मे उत्तराखण्ड के जवान है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड को पांचवे सैन्य धाम के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है। देवभूमि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। ऐसे में उत्तराखंड में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर खुलने से उत्तराखंड के युवाओं को कोस्टगार्ड ( Indian coast guard recruitment 2019 ) में रोजगार मिलने की संभावनांए बढेंगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रैबार कार्यक्रम में डीजी कोस्टगार्ड राजेन्द्र सिंह ने उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र खोलने का प्रस्ताव दिया था। यह उसी का परिणाम है कि भारत सरकार से इसे स्वीकृति भी मिल चुकी है।
इस दौरान डीजी कोस्टगार्ड राजेन्द्र सिंह ने कहा कि देहरादून में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर के लिए भारत सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। इस भर्ती केन्द्र का लाभ उत्तराखण्ड ( Vacancy In Uttarakhand ) के साथ ही उत्तरप्रदेश ( Vacancy in Uttar Pradesh ), हिमांचल प्रदेश व हरियाणा ( vacancy in Haryana ) के युवाओं को भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ साल में यह भर्ती केन्द्र बनकर तैयार हो जायेगा। इसके लिए 17 करोड़ रूपये भूमि के लिए व 25 करोड़ रूपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है। इस भर्ती केन्द्र का पूरा खर्च भारत सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने उत्तराखण्ड को सैन्य धाम के रूप में पाचवां सैन्य धाम विकसित करने की बात कही है। यह कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र उत्तराखण्ड के जवानों को समर्पित होगा।