बता दें कि हाईकोर्ट व एनजीटी ने भी राज्य में पॉलिथीन का उपयोग होने पर नाराजगी जताई थी और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा था। इसके बावजूद भी राज्य में इसका उपयोग लगातार भारी मात्रा में होता रहा। सीएम ने इस दिशा में कड़ा कदम उठाते हुए राज्य में पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। राज्य में 1 अगस्त के बाद से पॉलिथीन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। मीडिया से बात करते वक्त सीएम रावत ने कहा कि पॉलिथीन उत्पाद पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाते है। वैज्ञानिकों का भी यही कहना है कि मानव ही नहीं, जीव जंतुओं और पर्यावरण के लिए पॉलिथीन हानिकारक है। इसलिए राज्य में इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
सीएम ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि राज्य में अब पॉलिथीन का उपयोग नहीं होगा। इसी के साथ नियमों के विपरित जाकर जो भी ऐसा करता है उसके लिए जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। यदि कोई दुकानदार पॉलिथीन का उपयोग करता है तो उस पर 5000 रूपए,ठेली वालों पर 2000 रूपए,व ग्राहकों पर 500 रूपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इसी के साथ सीएम ने जनता से इस अभियान में सहयोग देने की अपील की।
बता दें कि देश के अन्य राज्य भी पॉलिथीन पर बैन लगाने के लिए काम कर रहे है। महाराष्ट्र पॉलिथीन और प्लास्टिक उत्पादों पर बैन लगाने वाला पहला राज्य बना जहां पर इनका उपयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। साथ ही इनका उपयोग करने पर गैरजमानती धराएं लगाकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।