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राज्यपाल की टिप्पणी के बाद उत्तराखंड सरकार गंभीर, बद्रीनाथ मोटर मार्ग पर रिपोर्ट तलब

locationदेहरादूनPublished: May 13, 2019 09:41:19 pm

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Prateek

इधर सडक़ मार्ग की हालत भी खस्ता होने की वजह से वाहनों के आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही है…

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(देहरादून): केदारनाथ पैदल मार्ग का हाल अब भी काफी बदतर है। विशेष रूप से जहां पर ग्लेशियर हैं। यहां रोजाना ही हिमखंडों का खतरा बना रहता है। चंद रोज पहले ही हिमखंड गिरने से एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो चुकी है। उसके बाद से सरकार पैदल मार्ग को लेकर काफी गंभीर है। इसके अलावा बद्रीनाथ सडक़ मार्ग को लेकर भी राज्यपाल द्वारा जताई गई चिंता के बाद राज्य सरकार ने मार्ग की व्यवस्था दुरुस्त करने के अलावा एक रिपोर्ट भी तलब की है।


पैदल मार्ग विशेष रूप से ग्लेशियर की ताजा स्थिति का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम उक्त अंचल में जल्द ही जाएगी। इस संबंध में सरकार ने आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन से तीन सदस्यीय टीम गठन करने को कहा है। माना जा रहा है कि इस टीम में आपदा प्रबंधन के अलावा वाडिया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों को भी शामिल किया जाएगा। वहीं सरकार ने उत्तरकाशी के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी पैदल पथ पर विशेष रूप से निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। जिला प्रबंधन से कहा गया है कि उक्त पैदल मार्ग में पुलिस बल की संख्या बढ़ाने के साथ ही चिकित्सा व्यवस्था को भी तत्काल प्रभाव से दुरुस्त किया जाए।


इधर सडक़ मार्ग की हालत भी खस्ता होने की वजह से वाहनों के आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही है। खुद प्रदेश की राज्यपाल ने भी बद्रीनाथ यात्रा के दौरान सडक़ों की दुर्दशा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। माना जा रहा है कि सरकार ने भी राज्यपाल की भी इस टिप्पणी को काफी गंभीरता से लिया है। पीडब्ल्यूडी सहित इससे जुड़े विभागों को लेकर 16 मई को एक आवश्यक बैठक भी बुलाई गई है। माना जा रहा है कि सरकार ने पर्यटन विभाग से यात्रा मार्गों को दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं। साथ ही यह भी जानना चाहा है कि यात्रा शुरू हो जाने के बाद भी अब तक सडक़ मार्ग की हालत बदतर क्यों बनी हुई है। इसको लेकर पीडब्ल्ूडी के साथ पर्यटन विभाग की हुई बैठकों का ब्योरा भी सरकार ने मांगा है। इसको लेकर आगामी एक सप्ताह के अंदर पर्यटन विभाग मुख्यमंत्री को एक रिपोर्ट भी देना है। इस बारे में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर से बात करने की कोशिश की गयी लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

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