हरीश रावत के बढ़ते कद को पचा नहीं पा रहे उत्तराखंड के कांग्रेसी
उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है...

(पत्रिका ब्यूरो,देहरादून): कांग्रेस आलाकमान ने भले ही उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कद बढ़ा दिया हो लेकिन उत्तराखंड के कांग्रेसी हरीश रावत के बढ़े कद को पचा नहीं पा रहे हैं। असल में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सबसे पहले हरीश रावत को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाया। उसके बाद उन्हें असम का प्रभारी बनाया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की काबलियत को देखते हुए ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरीश रावत को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
गुटबाजी की वजह से राज्य में पिछड़ी कांग्रेस
उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी आपस में गुटबाजी और भीतरघात नहीं किए होते तो कम से कम कांग्रेस के खाते में और 10 सीटों की वृद्धि जरूर हुई होती लेकिन दिग्गजों की गुटबाजी की वजह से ही कांग्रेस की झोली में 11 सीटें ही आईं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का विरोध उस समय से शुरू है जो आज भी जारी है जब वे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री थे।
रावत को दी जिम्मेदारी,कांग्रेस नेताओं में नाराजगी
असल में उत्तराखंड से महासचिव की कतार में कई वरिष्ठ कांग्रेस के नेता शामिल थे जिसमें उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश भी शामिल हैं। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महासचिव पद के लिए हरीश रावत का ही चयन किया। केवल इतना ही नहीं असम का प्रभारी भी हरीश रावत को ही बनाया। हरीश रावत को आलाकामन द्वारा ज्यादा तवज्जो देने की वजह से उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता अपने अपने तरीके से हरीश रावत का विरोध कर रहे हैं।
बैठक में नहीं आ रहे पार्टी नेता
हरीश रावत द्वारा बुलाई गई पिछले तीन बैठकों में उत्तराखंड कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता मौजूद नहीं रहा। केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता ही हरीश रावत की बैठकों में शामिल हुए । केवल इतना ही नहीं अब तो हरीश रावत से उत्तराखंड कांग्रेस के पदाधिकारी भविष्य की रणनीति पर भी विचार विमर्श करना जरूरी नहीं समझते हैं। सूत्रों की मानें तो उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेताआें को इस बात का एहसास भी हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव हो या फिर आगामी विधानसभा चुनाव हो। टिकट आवंटन में अब केवल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ही चलेगी। इस खास वजह से कांग्रेस के अलग अलग धड़े पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का विरोध कर रहे हैं।
यह बोले उत्तराखंड पार्टी अध्यक्ष
इस विषय में अपनी बात रखते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हरीश रावत का विरोध पार्टी में नहीं है। वे खुद ही कांग्रेस द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल नहीं होते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ज्यादा व्यस्त रहते हैं। इसलिए उत्तराखंड कांग्रेस की आेर से उन पर कोई दबाव नहीं डाला जाता है।
यह बोले हरीश रावत
उत्तराखंड कांग्रेस में चल रही आतंरिक कलह बाते सामने आने के बाद भी हरीश रावत ने सभी कांग्रेसियों को एक बताया। हरीश रावत ने कहा कि राजनीति में विरोध चलता रहता है। लेकिन विरोध स्थाई नहीं होता है। उत्तराखंड में सभी कांग्रेसी एक हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सभी 5 सीट पर कामयाबी दर्ज करेगी।
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