हेलीपेड भी क्षतिग्रस्त
बताया जा रहा है कि दुर्घटना के कारण हेलीकॉप्टर के साथ ही हेलीपैड भी क्षतिग्रस्त हो गया है। यह दुर्घटना सोमवार सुबह 11 बजकर 23 मिनट के लगभग हुई। मौके पर मौजूद स्टॉफ व लोगों की सहायता से सभी को हेलीकॉप्टर से निकाल लिया गया।
एमआई १७ भी हुआ था क्रैश
गौरतलब है कि लगभग दो साल पहले भी केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर हेलीपैड़ पर फिसल कर क्षतिग्रस्त हो गया था। वर्ष 2010 से उत्तराखंड में अब तक नौ हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं। इसके कारण अब तक लोग 27 लोग अपनी जान से हाथ धो चुके हैं। इसमें से एमआई- 17 समेत सात हेलीकॉप्टर सात हेलीकॉप्टर तो केदार घाटी में ही दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।
२० जवानों की हुई थी मौत
बता दें कि केदारनाथ आपदा के बाद चलाए गए रेस्कयू ऑपरेशन में सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर खराब मौसम के चलते जंगलचट्टी में पहाडियों से टकराकर क्रैश हो गए था। इसमें 20 जवानों की मौत हो गई थी। केदारनाथ क्षेत्र में हेलीकॉप्टर को एक घाटी से जाना पड़ता है। यहां मौसम भी खराब रहता है। इस दौरान जरा सी चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाती है। इसके अलावा तीन निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर भी इसी इलाकों में क्रैश हो गए थे।
वहीं हाल ही में उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित इलाके आराकोट में राहत सामग्री पहुंचाते समय एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार एक पॉयलट, इंजीनियर व एक स्थानीय युवक की मौत हो गई थी।