दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु लंबे समय से हेली सेवा शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। बड़ी संख्या में यात्रियों ने तो बिना टेंडर प्रक्रिया पूरी हुए बुकिंग करवाना शुरू कर दिया था। उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथारिटी (यूकाडा) की ओर से हेली सेवा के टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद मंगलवार व बुधवार को डीजीसीए ने हेलीपैडों का निरीक्षण किया था।
पहले हुई इन सुविधाओं की जांच
डीजीसीए ने हेलीपैडौं पर सुरक्षा हेतु तय मानकों की जांच कर हेली सेवा शुरू करने की अनुमति दी। हेलीपैड़ को यात्री सुविधाओं, पार्किंग, सुरक्षा समेत अन्य बिंदुओं पर परखा गया। इसमें कुछ मामलों में जरूरी बदलाव के निर्देश भी दिए गए।
यहां—यहां से उड़ेंगे हैलीकॉप्टर
केदारनाथ धाम के लिए फाटा, सेरसी, गुप्तकाशी स्थित हेलीपैडों से हेली सेवा संचालित होगी। डीजीसीए की अनुमति के बाद गुप्तकाशी व फाटा से पांच हेली कंपनियों आर्यन, एरो, पवनहंस, यूटी व हिमालय को उड़ान भरने की मंजूरी दे दी। सेरसी से उड़ान के किराये को लेकर हेली कंपनियों के बीच सहमति न बन पाने के कारण उड़ान शुरू होने में अभी समय लगेगा। गुप्तकाशी के दो हेलीपैडों से किराया महंगा है, क्योंकि यहां हेलीकॉप्टर से केदारनाथ तक पहुंचने में 14 से 15 मिनट का समय लग रहा है। जबकि फाटा, सेरसी हेलीपैडों से 9 से 10 मिनट का सफर है।