SDRF बनी सहारा
पहाड़ी इलाकों मेें बादलों का कहर ज्यादा है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक यात्रियों के 16 दल मानसरोवर यात्रा कर चुके हैं। 17वां दल अभी पवित्र कैलाश पर्वत के दर्शन करने के लिए आगे बढ़ रहा है। इस बीच उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को इन यात्रियों की तस्वीरें सामने आईं। इनमें देखा जा सकता है कि कैसे बारिश के बीच, जटिल पहाड़ों के बीच से, जान को दाव पर लगा कर श्रद्धालु आगे बढ़ रहे है। बारिश के कारण कैलाश मानसरोवर की ओर जाने वाला पैदल रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। ऐसे में राज्य का आपदा प्रतिक्रिया दल आगे बढ़ने में श्रद्धालुओं की सहायता कर रहा है।
बारिश ने चार धाम यात्रा ( Char Dham Yatra 2019 ) रोकी!
बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन ज्यादा हो रहा है। इस बीच चारधाम यात्रा हाईवे भी बरसात के कारण मलबा आने के कारण अवरूद्ध हो गया है। ख़राब मौसम के चलते केदारनाथ यात्रा को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। यमुनोत्री हाईवे ओजरी डबरकोट में भी बंद हो गया है। उत्तरकाशी जिले में हुई भारी बारिश के चलते आर्मी कैंप और हर्षिल हैलीपैड के बीच गंगोत्री हाईवे बह गया। इस वजह से चार धाम यात्रा पूरी तरह से बाधित हो गई है।
मौसम विभाग का अलर्ट
बता दें कि मौसम विभाग ने शुक्रवार देर शाम अलर्ट जारी करते हुए राज्य में 17 व 18 अगस्त को भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी। पूर्वानुमान के अनुसार बादल झमाझम बरसे। लगातार हो रही बारिश ने लोगों के लिए मुसीबत पैदा कर दी। आज सवेरे ही उत्तरकाशी में बादल फट गया। कई लोग घरों में फंसे बताए जा रहे है वहीं कई घरों को नुकसान पहुंचने की ख़बर है। बादल कब यूं ही आफत बरसाते रहेंगे यह कहा नहीं जा सकता।