जानकारी के मुताबिक करीब 12 घंटों के भीतर दून व आसपास के इलाकों में 34.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई, वहीं पंतनगर में 36.1 मिमी व मुक्तेशवर में 38.3 मिमी बारिश आज सुबह 11 बजे तक रिकार्ड की गई है। इसके अलावा चमोली ( Chamoli ) , रुद्रप्रयाग ( Rudraprayag ) , टिहरी ( Tehri ) एवं उत्तरकाशी ( Uttarkashi ) में आज सुबह से बारिश प्रारंभ हो चुकी है। वहीं खबर लिखे जाने तक बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री हाइवे पर यातायात सुचारू है। इसके साथ ही राज्य के कई इलाकों में बादल छाए हुए हैं।
दून में सोमवार रात करीब एक बजे मूसलाधार बारिश चालू हो गई। आज सुबह सात बजे तक बारिश का दौर जारी रहा। कुछ देर बाद बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया। इस दौरान कई इलाकों में जलभराव व बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। भारी बारिश के चलते रिस्पना व बिंदाल नदियां व गदेरे ऊफान पर हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में पहुंच चुका है। प्रदेश के सात जिलों में 12 जुलाई तक भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। दून ( Dehradun ) , नैनीताल ( nainital ) , चंपावत ( Champawat ) , चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ ( Pithoragarh ) व पौड़ी ( Pauri ) जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके साथ ही सक्रिय मानसून के चलते अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
मॉनसून के दौरान बारिश के चलते केदारनाथ हाईवे पर यातायात की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए हाईवे पर कुल 27 जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं। इससे मलबा आने पर तत्काल काम शुरू किया जा सकेगा। बता दें कि रुद्रप्रयाग से गौरिकुंड तक हाईवे पर 9 स्लाईडिंग जोन हैं। बारिश के दौरान स्लाइडिंग जोन पर मलबा आ जाता है। इससे यातायात अवरुद्ध होता है। ऐसे में जेसीबी मशीनें मौके पर होने से यातायात ज्यादा देर तक अवरुद्घ नहीं रहेगा।