हेलीकॉप्टर होंगे अपग्रेड
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के सरकारी हेलीकॉप्टर अपग्रेड किए जाएंगे। इस पर राज्य के आला अधिकारियों के बीच विचार विमर्श चल रहा है। सरकारी हेलीकॉप्टरों को और महफूज रखने के लिए लेटेस्ट अपडेट मशीने लगाई जाएंगी। इसमें सुरक्षित फ्लाइंग से लेकर सुरक्षित लैंडिग ( Safe Landing ) तक की तकनीकी पर विचार हो रहा है। यह सुरक्षित फ्लाइंग न केवल खराब मौसम में उड सकेंगी बल्कि जरूरत पड़ी तो वीवीआईपी को सुरक्षित धरती पर लैंड भी करवा सकेंगी।
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के सरकारी हेलीकॉप्टर अपग्रेड किए जाएंगे। इस पर राज्य के आला अधिकारियों के बीच विचार विमर्श चल रहा है। सरकारी हेलीकॉप्टरों को और महफूज रखने के लिए लेटेस्ट अपडेट मशीने लगाई जाएंगी। इसमें सुरक्षित फ्लाइंग से लेकर सुरक्षित लैंडिग ( Safe Landing ) तक की तकनीकी पर विचार हो रहा है। यह सुरक्षित फ्लाइंग न केवल खराब मौसम में उड सकेंगी बल्कि जरूरत पड़ी तो वीवीआईपी को सुरक्षित धरती पर लैंड भी करवा सकेंगी।
वीवीआई से जुड़ा है मुदï्दा
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने बताया कि वीवीआईपी की सुरक्षित हवाई यात्रा के लिए हेलीकॉप्टरों की मशीनों को अपग्रेड करवाया जाएगा। इस पर फिलहाल विचार विमर्श चल रहा है। यह मामला चूंकि वीवीआईपी से जुड़ा हुआ है, इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने बताया कि वीवीआईपी की सुरक्षित हवाई यात्रा के लिए हेलीकॉप्टरों की मशीनों को अपग्रेड करवाया जाएगा। इस पर फिलहाल विचार विमर्श चल रहा है। यह मामला चूंकि वीवीआईपी से जुड़ा हुआ है, इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है।
असुरक्षति फ्लाईंग के मामले
उत्तरकाशी में हुए हेलीकॉप्टर हादसों के बाद सरकारी हेलीकॉप्टरों की मशीनों को अपडेट करने पर जोर दिया जा रहा है। फ्लाइंग व टेक ऑफ के इतर भी इसमें कई बदलाव करने के सुझाव मांगे जा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा सवालिया निशान यह है कि चारधाम यात्रा और केदार नाथ हेली सेवा के दौरान आम लोगों की सुरक्षा निजी कंपनियों के भरोसे रहती हैं। कंपनियां भी डीजीसीए ( DGCA ) के मानकों का पालन करती हैं, लेकिन केदारनाथ हेली सेवा में असुरक्षित फ्लाइंग ( Insecured Flying ) के केस लगातार सामने आते रहते हैं।
उत्तरकाशी में हुए हेलीकॉप्टर हादसों के बाद सरकारी हेलीकॉप्टरों की मशीनों को अपडेट करने पर जोर दिया जा रहा है। फ्लाइंग व टेक ऑफ के इतर भी इसमें कई बदलाव करने के सुझाव मांगे जा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा सवालिया निशान यह है कि चारधाम यात्रा और केदार नाथ हेली सेवा के दौरान आम लोगों की सुरक्षा निजी कंपनियों के भरोसे रहती हैं। कंपनियां भी डीजीसीए ( DGCA ) के मानकों का पालन करती हैं, लेकिन केदारनाथ हेली सेवा में असुरक्षित फ्लाइंग ( Insecured Flying ) के केस लगातार सामने आते रहते हैं।