scriptबर्फबारी से प्रधानमंत्री के बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका | Uttarakhand News: Snowfall Effect PM Narendra Modi Dream Project | Patrika News

बर्फबारी से प्रधानमंत्री के बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका

locationदेहरादूनPublished: Dec 24, 2019 07:46:06 pm

Submitted by:

Prateek

Uttarakhand News: केदारनाथ (Kedarnath Temple) में (Uttarakhand Weather) बर्फबारी (Snowfall In Uttarakhand) की वजह से ठप पड़ा काम प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट (Uttarakhand Tourism Place) का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है…

बर्फबारी से प्रधानमंत्री के बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका

बर्फबारी से प्रधानमंत्री के बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका

(देहरादून,अमर श्रीकांत): उत्तराखंड में बर्फबारी और शीतलहर के असर से पर्वतीय जिलों के अलावा मैदानी जिलों के लोग भी बुरी तरह से प्रभावित हैं। बर्फबारी की वजह से केदारनाथ में पुनर्निर्माण और नए र्निर्माण का काम भी रूक गया है। केदारनाथ में बर्फबारी की वजह से ठप पड़ा काम प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।


प्रधानमंत्री केदारपुरी के ब्लू प्रिंट पर समस-समय पर मंथन करते रहते हैं और डिजाइन में फेरबदल के आदेश भी देते हैं। सूत्रों के मुताबिक एक पखवाड़ा पहले प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण और नए र्निर्माण को लेकर समीक्षा भी की है। दरअसल प्रधानमंत्री पहले की तरह ही ड्रोन से केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण का जायजा लेना चाह रहे थे। लेकिन बर्फबारी की वजह वहां के दृश्य को देखना संभव नहीं है। लिहाजा प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तराखंड सरकार से केदारपुरी में हो रहे पुनर्निर्माण और नए निर्माण को लेकर प्रगति रिपोर्ट मांगी है जो फिलहाल तैयार की जा रही है।


प्रधानमंत्री ने प्रत्यक्ष रूप से 5 महत्वपूर्ण काम शुरू कराने के आदेश दिए हैं। खास बात यह है कि केदारपुरी का ब्लू प्रिंट खुद प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में तैयार किया गया है। इन कामों में प्रधानमंत्री ने मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के पास सुरक्षा दिवाल के अलावा घाटों की मरम्मत, केदारनाथ मंदिर की मरम्मत, शंकराचार्य कुटी और शंकराचार्य संग्रहालय का निर्माण और पुरोहितों के घर मास्टर प्लान के तहत निर्माण को विशेष रूप से तवज्जो दिया।


इसके अलावा बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय ने तीन ध्यान गुफा, योग साधना केंद्र, छोटे गार्डन, वैली ब्रिज से मंदिर मार्ग के दोनों तरफ पार्क बनाने, साल भर हरियाली बनी रहे इसके लिए घास उगाने, चबुतरा और फौव्वारा निर्माण, मंदिर मार्ग का चौड़ीकरण, मंदिर परिसर को विकसित करने, सुरक्षा दीवारों का निर्माण, प्रवेश द्धार की सीढिय़ों की लंबाई बढ़ाने और मंदाकिनी और सरस्वती नदियों का डाइवर्जन सुरक्षित क्षेत्र में करना ताकि बरसात में नदियों के उफान के दौरान किसी भी तरह के खतरे को रोका जा सके जैसे कार्य दिए गए।


इन सभी कामों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों ने उस दौरान कहा कि दिसंबर वर्ष 2018 तक 50 फीसद काम पूरे कर लिए जाएंगे। शेष कार्य दिसंबर 2019 तक हो जाएंगे। लेकिन अचरज की बात यह है कि अब तक मात्र 30 से 35 फीसद तक ही काम पूरे हो पाए हैं। अब उत्तराखंड सरकार बर्फबारी का हवाला दे रही है। यहां बताना जरूरी है कि दिसंबर 2018 में भी उत्तराखंड सरकार ने काम बाधित होने के पीछे बर्फबारी का हवाला दिया है।


वुड स्टोन टीम के प्रभारी मनोज सेमवाल के कहना है कि बर्फ ही बर्फ चहुंओर केदारनाथ में है। इसलिए काम बंद है। लेकिन जैसे ही मौसम अनुकूल होगा। फिर काम शुरू कर दिया जाएगा। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के मुताबिक प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजक्ट पर काम हो रहा है। लेकिन हिमपात के बाद केदारनाथ का परिसर में 6 फीट बर्फ जम गई है। पैदल मार्ग भी बाधित है। सरकार पूरी ताकत के साथ प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में जुटी हुई है। ताजा फीड बैक भी शासन को भेजा जा रहा है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो