इन तीन दिनों तक रात के समय वाहनों का आवागमन भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। विशेष स्थिति में मरीजों के ले जाने के लिए एंबुलेस की मदद ली जा सकती है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से अनुमति लेनी पड़ेगी। इसके लिए प्रायः सभी पर्वतीय जनपदों में विशेष व्यवस्था की गई है ताकि जरूरत पडऩे पर एंबुलेंस रात को चलाई जा सके। इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन की टीम को भी अलर्ट किया गया है।
इस बीच राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के प्रभारी राहुल जुगरान ने सोमवार को प्रदेश के सभी 13 जनपदों के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारियों को भेजे गए आदेश में यह भी कहा गया है कि अधिक बर्फ पडऩे वाले क्षेत्रों अर्थात ऊंचाई वाले स्थानों से लोगों को नीचे आकर कुछ दिन तक रहना चाहिए। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के प्रभारी राहुल जुगरान के मुताबिक धामों की ओर भी कोई तीर्थयात्री और पर्यटक नहीं जाएं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से यह आदेश सभी जिलाधिकारियों को दिए गए हैं।