जानकारी के मुताबिक जहां हरिद्धार में 63 मिमी बारिश हुई। इसके चलते जिले के निचले इलाकों में जलभराव हो गया और कई घरों में पानी घुसने से लोगों का सामान खराब हो गया। इसके साथ ही गंगा नदी (Ganga River) का जलस्तर 291.20 मीटर पहुंच गया। जल्द ही यह खतरे के निशान 294 मीटर को पार कर सकता है। वहीं देहरादून में 24.05 मिमी बारिश हुई। सहसपुर में 64.05 मिमी, मसूरी में 24.0 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। इसके चलते टॉस नदी का जलस्तर 644.25 मिमी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई। यमुना नदी का जलस्तर 454.78 है।
यहां भारी बारिश की चेतावनी
इसके साथ ही रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में 44.02 मिमी बारिश रिकार्ड की गई वहीं जखोली में 40.55 मिमी बारिश हुई। इसके साथ ही अलकनंदा व मन्दाकिनी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। हांलाकि ऋषिकेश केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग खुला हुआ है। तीर्थयात्रियों की आवाजाही बनी हुई है। वहीं इस बीच मौसम विभाग द्धारा जारी बुलेटिन के अनुसार शनिवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की संभावना है। इसके चलते विभाग ने प्रशासन और लोगों को एतिहायत बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
कई राजमार्ग अवरूद्ध
इसके साथ ही भूस्खलन के चलते कई रास्ते अवरूद्ध है, सड़क से मलबा हटाने की कवायद जारी है। इसके अलावा निचले इलाकों में घरों में पानी घुसने व रास्तों में जलभराव के चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग व ऋषिकेश यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग से दर्शन के लिए श्रद्धालु दर्शन के लिए लगातार जा रहे है। सुरक्षा के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। इसके साथ ही टिहरी में भी बारिश हुई।
बारिश का चमोली में भी जारी है। ऋषिकेश से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग खुला हुआ है। हांलाकि चमोली के गैरसेंण, कर्णप्रयाग, पोखरी, थराली में बारिश के चलते अलकनंदा, पिण्डर व नन्दाकिनी नदी में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते जनपद में आठ से अधिक मार्ग बाधित हैं। मलबे को हटाने का कार्य जारी है। वहीं पौड़ी में हल्की फुल्की बारिश दर्ज की गई है।