मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन श्रावणी मेले में आए देवतुल्य श्रद्धालुओं को अच्छी से अच्छी व्यवस्था देने के लिए प्रयत्नशील है। दर्शन, ठहरने की व्यवस्था के साथ साथ सुरक्षा, स्वास्थ्य, निर्बाध बिजली, आवागमन आदि की भी पूर्ण व्यवस्था की गई है।
सीएम ने सुनाई बाबाधाम की महिमा
मुख्यमंत्री ने झारखंड मंत्रालय में बाबा बैद्यनाथ धाम आए श्रद्धालुओं से ऑनलाइन बातचीत कर उनके अनुभव साझा करते हुए कहा कि देवघर वास्तव में देवभूमि है। यहां भगवान शंकर के परम भक्त रावण द्वारा स्थापित शिवलिंग है। साथ ही देवी सती का हृदय यही गिरा था इसलिए यहां शक्ति पीठ भी है। भोलेनाथ मनोकामना ज्योर्तिंलिंग के दर्शन के लिए आए सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करें। देश-दुनिया के ज्यादा से ज्यादा भक्त यहां आयें यही हमारा प्रयास है।मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भी सात बार कांवड़ लेकर बाबा धाम गए थे। उन्हें श्रद्धालुओं की कठिनाई का अहसास है। ईश्वर ने जब उन्हें मौका दिया है, तो वे इसमें सुधार का काम कर रहे हैं। श्रद्धालु जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए शिकायत निवारण केंद्रों में शिकायत कर सकते हैं। ट्वीटर के माध्यम से मुख्यमंत्री को सीधे शिकायत कर सकते हैं। समस्याओं का त्वरित निदान हो रहा है।
नेपाल से आए भक्त ने बताई अपनी पीड़ा
भक्तों के सुझावों से मेले की व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा है। श्रद्धालुओं से बातचीत के क्रम में जनकपुर नेपाल से आए भरत कुमार शाह ने कहा कि भारत में देवघर आने के क्रम में अपने साथियों के साथ संचार व्यवस्था में परेशानी आती है। सरकार ऐसी व्यवस्था करे कि एक सप्ताह के लिए सिम कार्ड मिल जाए ताकी आगे-पीछे हुए साथियों से बात कर सकें। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल को रास्ता निकालने का निर्देश दिया। इसी के साथ अन्य राज्यों से आए भक्तों ने भी अपने अनुभव साझा किए।