पुलिस ने यूं सुलझाई गुत्थी…
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 15 वर्षीय स्कूली छात्रा का शव मिलने के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक विकास चंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम ने पीड़िता के परिजनों से जानकारी हासिल कर अपनी कार्य कुशलता से दुष्कर्म और हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का पटाक्षेप कर दिया।
आरोपियों ने यूं दिया घटना को अंजाम…
गिरफ्तार युवकों ने बताया कि, लॉकडाउन के चलते सन्नाटे में अकेले चल रही नाबालिग से बारी-बारी से उन्होंने दुष्कर्म किया और जब नाबालिग ने पुलिस और गांव वालों से आपबीती बताने की बात कही, तो चारों युवकों ने गला दबाकर नाबालिग की हत्या कर दी। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार 15 वर्षीय स्कूली अपने घर से मां के कपड़े को गांव के किसी महिला के पास ले कर जाने की बात कहकर निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी, तो घर वालों ने काफी उसकी खोजबीन की। परंतु उसका कोई सुराग नहीं मिला।
शुक्रवार की सुबह जानकारी मिली कि नाबालिग का क्षत-विक्षत शव मोहरपुर थाना के जंगल में पड़ा है। जंगल में शव मिलने की सूचना पर देवघर एसडीपीओ विकास चन्द्र श्रीवास्तव घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की और रात होने के पहले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।