आंसू बहा रही है जनता,शासन सिस्टम बेखबर
खरसावां में शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि देने के बाद सुदेश महतो ने यात्रा की शुरूआत करते हुए कहा कि जन समस्याओं से रूबरू होने के लिए राज्यसभर में स्वाभिमान यात्रा की शुरुआत की गई है। सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि गांव में अस्सी साल की वृद्धा पेंशन के लिए आंसू बहा रही है और शासन-सिस्टम इससे बेखबर है। दरअसल गांव का सच और आखिरी पायदान पर छूटे आम आदमी का दर्द आमने-सामने बैठकर ही जाना जा सकता है। लेकिन सरकार, सियासत और साहब के लिए यह प्राथमिकता नहीं है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने बताया है कि दूसरे चरण की यात्रा के माध्यम से कोल्हान में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों को गोलबंद करने का प्रयास किया जा रहा है। खरसांवा के जिलिंग्दा में स्थानीय लोगों द्वारा इस यात्रा का स्वागत किया गया। इसके बाद सुदेश महतो अरवा गांव में पदयात्रा करेंगे।
इन इलाकों की ओर कूच करेगी आजसू
अरवा के बाद दामदिरी, चमपद, इचाहातु, पुनिदिरी में भी वे पदयात्रा निकालेंगे। जबकि डोरो, सेरेंग्दा, तोड़ामडीह गांव में दिन का चौपाल लगायेंगे। मारंगहातू गांव में रात्रि चौपाल के जरिये लोगों से सीधा संवाद किया जायेगा। रात्रि चौपाल से पहले कुचाई स्थित आम बगान में आजसू पार्टी अध्यक्ष झारखंड के आंदोलनकारी, पारा शिक्षकों के प्रतिनिधि, जंगल बचाओ कार्यक्रम से जुड़े आंदोलनकारी, पंचायत प्रतिनिधि, महिला कार्यकर्ता और जमीन-गांव से जुड़े बुद्धीजीवियों के साथ सीधी बात करेंगे। पद यात्रा और चौपाल को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत समेत अन्य पदाधिकारी पहले से ही खरसांवा पहुंच चुके थे और स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर यात्रा की तैयारियों को लेकर चर्चा की।
गौरतलब है कि दूसरे चरण की यह यात्रा खरसांवा, सरा़केला, चक्रधरपुर, इचागढ़ के 59 गावों से गुजरेगी और इस दौरान वे 92 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। साथ ही जगह-जगह चौपाल और साझा संवाद कार्यक्रम का आयोजन होगा।खरसावां से शुरू होने वाली यह यात्रा 29 और 30 अक्तूबर को चक्रधरपुर, 31 अक्तूबर को सरायकेला तथा एक और दो नवंबर को ईचागढ़ विधानसा क्षेत्र के अलग-अलग गांवों से गुजरेगी। इस बीच 28 अक्टूबर को मनोहरपुर में पार्टी का मिलन समारोह होगा।