विजय मौर्य की शहादत के बाद जब उनका शव उनके गांव पहुंचा तो वहां उनकी पत्नी विजय लक्ष्मी एक बार अपने पति का चेहरा देखना चाहती थीं। उनकी करुणा और शहीद का गम डीएम के दिल पर इतना असर कर गया कि वह भी रोने लगे। शहीद की पत्नी इस बात पर अड़ गयीं कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके गांव नहीं आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। उन्होंने बेटी के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी।
इसेक बाद देर शाम मुख्यमंत्री ने फोन पर शहीद की पत्नी से बात की उन्हें ढाढस बंधाया और आने का वादा किया, उसके बाद जाकर पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद की पत्नी से प्रियंका गांधी ने भी फोन पर बात की और उन्हें ढाढस बंधाया। हजारों लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और भावभीनी बधाई दी। अंतिम संस्कार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व अनुपमा जायसवाल, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय सिंह लल्लू समेत लोग शामिल रहे।