70वें साल में प्रवेश किया तो पहली बार मिला जीत का स्वाद भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को जनता ने पहली बार जीत का स्वाद चखाया है। त्रिपाठी अपने जीवन के 69 साल पूरा कर चुके हैं और 70वें साल में प्रवेश कर लिया है। त्रिपाठी कई बार जनता के चुनाव में उतर चुके हैं लेकिन उनको सफलता नहीं हासिल हुई। इस बार उनको बीजेपी ने देवरिया भेजकर लड़ाया। अपने सांसद पुत्र के लिए लाॅबिंग कर रहे रमापति राम त्रिपाठी को डेमेज कंट्रोल के लिए देवरिया भेजा गया और उनको पहली बार जनता ने भारी अंतर से चुनाव जीताया है। हालांकि, भाजपा ने इनको दो बार एमएलसी पूर्व में मनोनीत किया था।
सबसे कम उम्र के सांसद हैं प्रवीेण निषाद दोनों मंडलों में सबसे कम उम्र का इस बार सांसद होने का खिताब भाजपा के संतकबीरनगर के सांसद प्रवीण निषाद के पास है। प्रवीण निषाद 30 साल पूरे कर चुके हैं। प्रवीण के बाद सबसे युवा सांसद बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी हैं। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हरीश द्विवेदी की उम्र 41 साल है। वह दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। हरीश से एक साल बड़े बांसगांव के कमलेश पासवान हैं। लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए कमलेश पासवान की उम्र 42 साल है।
इनके अलावा कुशीनगर सांसद विजय कुमार दुबे की उम्र 50 साल है तो गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद फिल्म अभिनेता रविकिशन की उम्र 51 साल है। डबल हैट्रिक लगाने वाले महराजगंज के सांसद पंकज चैधरी की उम्र 54 साल है तो सलेमपुर में लगातार दूसरी बार कमल खिलाने वाले रविंद्र कुशवाहा की उम्र 55 साल है।
डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल सबसे अधिक उम्र वाले सांसदों में शुमार हैं। पाल की उम्र 68 साल है तो देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी 69 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं।
इनके अलावा कुशीनगर सांसद विजय कुमार दुबे की उम्र 50 साल है तो गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद फिल्म अभिनेता रविकिशन की उम्र 51 साल है। डबल हैट्रिक लगाने वाले महराजगंज के सांसद पंकज चैधरी की उम्र 54 साल है तो सलेमपुर में लगातार दूसरी बार कमल खिलाने वाले रविंद्र कुशवाहा की उम्र 55 साल है।
डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल सबसे अधिक उम्र वाले सांसदों में शुमार हैं। पाल की उम्र 68 साल है तो देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी 69 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं।
ड्रिगी के मामले में भी अधिकतर सांसद इंटरमीडिएट गोरखपुर-बस्ती मंडल के अधिकतर सांसदों ने इंटरमीडिएट तक ही शिक्षा हासिल की है। सांसद रविकिशन, सांसद पंकज चैधरी, सांसद रविन्द्र कुशवाहा, सांसद विजय कुमार दुबे ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ली है। हालांकि, सबसे उम्र दराज सांसद रमापति राम त्रिपाठी के पास मेडिकल की डिग्री है। उन्होंने आयुर्वेद विधा की डिग्री जीएएमएस हासिल कर रखी है। सबसे युवा सांसद प्रवीण निषाद के पास भी प्रोफेशनल डिग्री है। प्रवीण ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन उन्होंने अपना व्यवसाय कृषि ही दर्शाया है। बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी व डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल के पास परास्नातक की डिग्री है। दोनों ने एमए किया है। युवा सांसद कमलेश पासवान बीए पास हैं।
इतने आपराधिक मामले भी दर्ज हैं इन सांसदों पर बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान, बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी, महराजगंज के सांसद पंकज चैधरी पर सबसे अधिक पांच-पांच आपराधिक केस दर्ज हैं। जबकि डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल पर तीन तो कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे पर दो व देवरिया सांसद रमापतिराम त्रिपाठी पर एक आपराधिक केस दर्ज है। संतकबीरनगर के सांसद प्रवीण निषाद, सलेमपुर के सांसद रविंद्र कुशवाहा व गोरखपुर के सांसद रविकिशन पर एक भी केस दर्ज नहीं है।
अधिकतर सांसद करते हैं व्यवसाय, बहुत कम खेती के भरोसे बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी के आय का स्रोत व्यवसाय है। पंकज चैधरी भी व्यवसाय पर निर्भर हैं। संतकबीरनगर के सांसद प्रवीण निषाद वैसे तो मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किए हैं लेकिन इन्होंने अपने आय के स्रोत में कृषि दर्शाया है। सलेमपुर के सांसद रविंद्र कुशवाहा व कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे भी कृषि पर निर्भर हैं।
रविकिशन फिल्म अभिनय पर निर्भर हैं। डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल व्यवसाय पर निर्भर हैं। उनके पास पेट्रोल पंप व ट्रस्ट की आय है। देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी कृषि व मेडिकल प्रैक्टिस पर खुद को निर्भर बताते हैं। जबकि बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान व्यवसाय करते हैं।
रविकिशन फिल्म अभिनय पर निर्भर हैं। डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल व्यवसाय पर निर्भर हैं। उनके पास पेट्रोल पंप व ट्रस्ट की आय है। देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी कृषि व मेडिकल प्रैक्टिस पर खुद को निर्भर बताते हैं। जबकि बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान व्यवसाय करते हैं।