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दो महीने से लापता है नाबालिग, पुलिस पर लापरवाही का आरोप        

locationदेवरियाPublished: Jul 19, 2017 03:05:00 pm

बीते दो महीने से परिवार की एक नाबालिग बेटी के गायब होने से खासा परेशान है।

Minor Girl,

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देवरिया. प्रदेश की भाजपा सरकार के अस्तित्व में आने के बाद एक बारगी लोगों को ऐसा लगा था कि किसी भी समस्या के पैदा होने के बाद उसका त्वरित निस्तारण होगा। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा हो रहा है। सरकार के वरिष्ठतम मंत्री सूर्य प्रताप शाही के पथरदेवा क्षेत्र के ही एक मामले को देखें तो साफ दिखता है कि, पुलिस अभी पुराने ढर्रे पर ही काम कर रही है।



जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के एक गांव का एक परिवार बीते दो महीने से परिवार की एक नाबालिग बेटी के गायब होने से खासा परेशान है। गायब लड़की की दादी की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर घटना के चार दिन बाद पुलिस ने नामजद मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक ना लड़की बरामद हो सकी है और ना ही किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी हो सकी है।



परिवार के लोग प्रतिदिन थाने का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन पुलिस कोई मामले में कोई कदम उठाते नही दिख रही है । 
पीड़ित परिवार की ओर से पत्रिका को मिली जानकारी के अनुसार मई महीने के 12 तारीख को गांव के ही एक परिवार की लड़की ने उसे घर पर आकर बुलाया और वी उसके साथ चली गयी। जब काफी देर तक वो नही लौटी तो परिवार के लोगों ने खोजबीन शुरू की। 


जिस परिवार के लड़की के साथ वो बाहर निकली थी उसके घर जाकर पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। गायब लड़की के बाबा की माने तो जब काफी खोजबीन करने के बाद भी जब वो नहीं मिली तो 16 मई को लिखित सूचना थाने को दिया गया। 



मुकदमा पुलिस ने तो दर्ज कर लिया लेकिन लड़की की बरामदगी आज तक नहीं कर सकी है। घटना के दिन से पीड़ित परिजनों की सूचना पर पुलिस ने जो छानबीन की थी। उसके अनुसार लड़की को घर से बहला फुसलाकर षडयंत्र रचकर भगाने की धाराओं का उल्लेख करते हुए मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया लेकिन लड़की के बरामदगी का कोई सार्थक प्रयास करती पुलिस आज तक नहीं दिखी।




जिसके परिणामस्वरूप उसकी बरामदगी नहीं हो सकी है। पूरे घटनाक्रम के बावत पुलिस का पक्ष लेने के प्रयास में एसओ रामपुर कारखाना के सीयूजी नम्बर पर कॉल किया गया। लेकिन नम्बर को हर बार इंगेज कर दिया गया। 
पीड़ित परिवार के इस गम्भीर मामले की सूचना पत्रिका द्वारा जब जिले के पुलिस अधीक्षक को दी गयी तो उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि, घटना में जब पीड़ित की ओर से नामजद एफआईआर दी गयी है तो कार्यवाही क्यों नही हुई, ये गम्भीर जाँच का विषय है। उन्होंने घटना को संवेदनशील बताते हुए कहा कि कल ही मै पीड़ित परिवार से मिलूंगा । 
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