जिसके चलते पिता इन्द्रदेव तिवारी व मा इन्द्रमुखी देवी बेटी के यहां शरण ले रखी थी । मिली जानकारी के अनुसार पिता इन्द्रदेव तिवारी बेटी के घर से अकेले पड़ोस के एक ब्रह्मभोज मे हिस्सा लेने गाँव आये थे ।
रात को पिता व पुत्र दोनो घर पर अकेले थे । इसी बीच देर रात इकलौते बेटे सिंटू तिवारी पिता से पैसे की मांग करने लगा । काफी झगड़ा होने के बाद पैसा न मिलने पर उसने अपने पिता को डंडे से पीटना शुरू कर दिया । उसने हमला कर मौत के घाट उतार दिया ।
जब इसकी जानकारी लोगों को हुई तो लोगों ने ही इसकी सूचना लड़कियों को दी ।सूचना मिलते लड़की गांव पहुंच गयी और इसकी सूचना पुलिस को दी ।मौके पर पहुची पुलिस शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।लड़कियों ने चिखचिख कर भाई पर हत्या करने का आरोप लगाया ।
अपनी पत्नी और बच्चों को भी घर से भगा दिया है आरोपी आरोपी के पड़ोस के लोगों ने बताया कि सिंटू तिवारी नशे का इतनी आदी हो चुका है कि उसे नशा न मिलने पर वह किसी भी हद तक जाता था। इसके पहले वह लगातार अपने पत्नी और बच्चों को भी मारता पीटता रहता था। पहले पत्नी के जेवरात को बेचकर वह नशा कर गया। उसके बाद पत्नी और बच्चे को घर से भगा दिया। अब पिता की हत्या की घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।