दरअसल आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री अन आरोग्य योजनाओं का लाभ न मिल पाने वालों की सहायता राज्य वित्त आयोग से मिली धनराशि से की जाएगी। बेहद गरीब परिवारों को बीमारी और भूखमरी की दशा में इसी धनराशि से उनकी मदद होगी।
यदि किसी परिवार बेहद गरीब और निराश्रित है और वह आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजनाओं का लाभार्थी नहीं है तो ऐसे लोगों को इलाज के लिये 2000 रुपये की सहायता जिला स्तर से दी जाएगी। इतना ही नहीं किसी परिवार को अगर आर्थिक संकट का सामना है तो उसके सामने भूखमरी की स्थिति न आए इसके लिये ग्राम पंचायत स्तर से उसे एक हजार रुपये दिये जाएंगे।
ऐसे परिवारों को इलाज के लिये आयुष्मान या जन आरोग्य जैसी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर दिलाया जाएगा। देवरिया के डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद गरीब व निराश्रित परिवारों में भूखमरी की दशा, बीमारी व मौत होने पर राज्य वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से आर्थिक सहायता दिये जाने की व्यवस्था की गई है।