प्रॉपर्टी टैक्स पेयर के बड़ी खुशखबरी! साउथ एमसीडी ने यूनिक प्रॉपर्टी कार्ड (यूपीआईसी) देना शुरू कर दिया है
नई दिल्ली। प्रॉपर्टी टैक्स पेयर के बड़ी खुशखबरी! साउथ एमसीडी ने यूनिक प्रॉपर्टी कार्ड (यूपीआईसी) देना शुरू कर दिया है। इससे टैक्स पेयर्स को प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़ी सभी जानकारी मिल जाएगी। शुक्रवार को को प्रॉपर्टी टैक्स कार्ड का उद्घाटन किया गया। साउथ एमसीडी के चारों जोन के कुछ टैक्स पेयर्स को सिविक सेंटर में कार्ड दिया गया। एमसीडी के मुताबिक इससे टैक्स पेयर्स का डेटा बेहतर तरीके से मेंटेन किया जा सकेगा। यह कॉर्ड प्लास्टिक का है। प्रॉपर्टी टैक्स कार्ड में वॉर्ड का नंबर, कॉलोनी का नंबर और एड्रेस शामिल होगा। इस कार्ड में टैक्स पेयर्स के दो एड्रेस होंगे। अनधिकृत कॉलोनियों के अलावा कई ऐसी कॉलोनियां हैं, जहां एड्रेस ठीक तरह से नहीं मिल पाता है। अब इस कार्ड को देने के बाद टैक्स पेयर्स के मकान की नंबरिंग भी की जाएगी।
प्रॉपर्टी टैक्स कार्ड में एक एड्रेस होगा जो सालों से चला आ रहा है। दूसरे एड्रेस की नंबरिंग खुद एमसीडी करेगी। यह कार्ड में भी लिखा होगा और मकान के बाहर भी। इस प्रोसेस को समझने के लिए हेल्प डेस्क भी लगेंगे। शुक्रवार को साउथ एमसीडी के मेयर सुभाष आर्य ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के अवसर पर प्रॉपर्टी टैक्स कार्ड की सुविधा लोगों के लिए शुरू की। इस अवसर पर स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन राधेश्याम शर्मा, सदन के नेता आशीष सूद, साउथ एमसीडी कमिश्नर डॉ पुनीत कुमार गोयल, डिप्टी मेयर कुलदीप सोलंकी और पार्षद कुसुम खत्री मौजूद थीं।
सिर्फ 25 प्रतिशत देते हैं टैक्स: साउथ एमसीडी के मुताबिक उनके एरिया में 16 लाख प्रॉपर्टीज हैं लेकिन अभी सिर्फ 3 लाख 74 हजार ही टैक्स देते हैं। प्रॉपर्टी आईडी कार्ड से लोगों को टैक्स नेट में भी लाने में मदद मिलेगी। यह कार्ड नए टैक्स पेयर्स को भी देने की योजना है। एमसीडी कमिश्नर डॉ पुनीत कुमार गोयल ने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स कार्ड की मदद से लोगों को अपना प्रॉपर्टी नंबर याद रहेगा। इसके लिए लोगों को ऑनलाइन फैसेलिटी भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे लोग प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़ी सारी जानकारी ले सकेंगे।