रिश्तेदार ने जंगल में ले जाकर किया था बलात्कार
खातेगांव थाना क्षेत्र के ग्राम का मामला
बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी, सजा मिलनी चाहिए : पिता
16 साल की रेप पीडि़ता ने बेटे को दिया जन्म, बोलीं- मैं मजदूरी कर पाल लूंगी लेकिन इसके बाप से शादी नहीं करूंगी
देवास. शहर के जिला अस्पताल में एक १६ साल की नाबालिग दुष्कर्म पीडि़ता ने बेटे को जन्म दिया। उसे जून में रिश्तेदार बहला-फुसलाकर भगा ले गया और फिर बलात्कार किया था। वह जंगल-जंगल घुमाता रहा। इससे लडक़ी गर्भवती हो गई। शुक्रवार को उसे अस्पताल लेकर आए जहां स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद वह बोली कि मैं मजदूरी कर बच्चे को पाल लूंगी, लेकिन इसके पिता से शादी नहीं करूंगी। खातेगांव थाने में आरोपी के खिलाफ अपहरण, बलात्कार व पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग को शुक्रवार रात करीब ढाई बजे लाया गया और शनिवार सुबह 6.16 बजे उसने बालक को जन्म दिया। बालक व नाबालिग दोनों की स्थिति बेहतर है। नाबालिग के साथ उसकी मां व एक अन्य रिश्तेदार महिला मौजूद है। नाबालिग का परिवार जन्मे बालक को स्वीकार करने के लिए तैयार है। जिला अस्पताल के पुलिस सहायता केंद्र से तहरीर मिलने के बाद कोतवाली से एसआई लीला सोलंकी जिला अस्पताल पहुंचीं और नाबालिग व उसके परिजनों के बयान लिए। मामले को आगे की जांच के लिए खातेगांव थाने भेजा जा रहा है। उधर खातेगांव टीआई एसएस मुकाती के अनुसार मामले को लेकर अभी कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता, पुराना रिकॉर्ड देखने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
यह है पूरा मामला जून 2019 में ग्राम दावत का पवन नाबालिग को भगा ले गया। दो महीने बाद पुलिस ने पवन को खोज लिया। लडक़ी को मां-बाप के हवाले कर दिया गया। पवन को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। दुष्कर्म पीडि़ता लडक़ी को दो माह बाद जब तक पता लगा कि वह गर्भवती है तब तक देर हो गई थी। गर्भावस्था के चार महीने हो चुके थे। डॉक्टर ने कहा कि गर्भपात में मां की जान को खतरा हो सकता है। परिवार ने बच्चे को जन्म देने का निर्णय लिया। बताया जा रहा है २३ जून को जब लडक़ी के माता-पिता एक कथा के कार्यक्रम में तो लडक़ी को झांसे में लेकर भगा ले गया। वह जंगल में उसके साथ दुष्कर्म करता रहा।
घुमाने ले गया, फिर घर नहीं आने दिया : पीडि़ता दुष्कर्म पीडि़ता ने बताया कि मैं कक्षा आठवीं में पढ़ती थी। पढ़ाई छूटने के बाद पवन से मेरी पहचान हो गई। वह मुझे घुमाने ले गया और फिर घर नहीं आने दिया। दो महीने से ज्यादा खेत और जंगल में रखा। कई बार भूखी रही। मुझे धमकी देता था कि अगर घर गई तो जान से मार दूंगा। गलत काम करता रहा। पुलिस ने ढूंढक़र घर पहुंचाया। गर्भवती होने का पता चला तो डॉक्टर ने कहा कि गर्भपात में खतरा है। माता-पिता ने मेरा बहुत ख्याल रखा। बेटे को मैं पालूंगी। पवन के साथ नहीं रहना चाहती हूं। अगर कोई और मुझसे शादी को तैयार हो गया तो उसे पहले ही बताऊंगी कि मुझसे भूल हुई है और मेरा एक बेटा है। इसके बाद अगर तैयार हुआ तो ही शादी करूंगी।
बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी, सजा मिलनी चाहिए : पिता लडक़ी के पिता ने कहा कि मेरी तीन बेटी और एक बेटा है। अभी किसी का विवाह नहीं हुआ है। यह दूसरे नंबर की बेटी है। जब पता लगा कि बेटी गर्भवती है तो डॉक्टर को बताया। उन्होंने कहा कि लडक़ी कमजोर है। जान जा सकती है। मजदूरी कर अच्छा खान-पान का ध्यान रखा ताकि उसकी जान बच सके। दोषी को सजा मिलनी चाहिए। मेरी बेटी की जिंदगी खराब कर दी। पवन जेल चला गया था पर अब वह बाहर आ गया है।