स्टाफ के एक सदस्य पर एक भृत्य कर रहा कार्य
- देवास जिले में संभवत: सबसे अधिक भृत्य शासकीय बीएड कॉलेज में कार्यरत

पत्रिका एक्स्लूसिव
अमजद शेख
देवास. शिक्षा विभाग अंतर्गत आने वाले स्कूलों में जहां चतुर्थ श्रेणी स्टाफ की भारी कमी बनी हुईहैं, वहीं भोपाल चौराह स्थित शासकीय बीएड कॉलेज में 9 कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी के काम कर रहे हैं। इस कॉलेज में शिक्षक व कार्यालय स्टॉफ सदस्यों की कुल संया 9 हैं, जबकि महाविद्यालय में कार्यरत अकेले भृत्यों की कुल संया 9 हैं। यानी एक स्टाफ सदस्य पर एक भृत्य कार्य कर रहा हैं। देवास जिले में संभवत: शायद शिक्षा विभाग की कोई ऐसी संस्था नहीं होगी, जहां इतने भृत्य एक साथ कार्यरत हैं। इनमें से कोई भी भृत्य महाविद्यालय में प्रतिनियुक्ति या अटैच नहीं हैं। अर्थात सभी के वेतन का भुगतान महाविद्यालय दरा ही किया जा रहा हैं। सभी भृत्य यहीं पदस्थ हैं। जबकि शिक्षा विभाग के जिला कार्यालय समेत कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां भृत्यों की कमी के चलते ताला खोलना, झाड़ू लगाना, पानी के मटके भरना, मध्याह्न भोजन वितरण आदि कार्य कार्यालयीन कर्मचारी या शिक्षकों को करने पड़ रहे हैं। यही नहीं शासकीय बीएड कॉलेज में ही शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो रही हैं, कॉलेज में वर्तमान में 5 शिक्षक पदस्थ हैं जिसमें से एक प्रभारी प्राचार्य, 2उच्च श्रेणी शिक्षक, 1 संविदा वरिष्ठ अध्यापक व 1 अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं कार्यालयीन स्टाफ में 4 लोग काम कर रहे हैं। सबसे ज्यादा 9 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी काम कर रहे हैं, 1 माली भी कलेक्टर दर पर कार्यरत हैं। कॉलेज से बीएड पाठ्यक्रम संचालित हो रहा हैं जिसमें अभी45 छात्र द्तिीय वर्षमें अध्ययनरत हैं। जुलाई में प्रथम वर्ष के छात्रों का प्रवेश होगा।
भृत्य की फौज, कर्मचारियों की मौज
एक छात्र ने नाम न छापने की शर्तपर बताया कि इन भृत्यों को स्टाफ सदस्यों की शह भी प्राप्त हैं। यहां शिक्षक एवं कार्यालय के स्टाफ सदस्य इन भृत्यों से अपने निजी कार्यकरवाते हैं। जैसे बिजली बिल भरना, घर के किराना सामान, सब्जी आदि लाना कार्य। शह के कारण ही निर्धारित शासकीय कार्य करने में अनाकानी करते हैं। 9 भृत्यों और 1 माली यानी कुल 10 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के होने के उपरांत भी महाविद्यालय का पूरा गार्डन सूख रहा हैं। गर्मीमें कक्षाओं में रखे पानी के कूलर छात्रों को भरने पड़ रहे हैं। शासकीय कार्यों को करने के लिएभी भृत्य आपस में लड़ते हुएकहते हैं कि यह मेरा कार्य नहीं हैं। कॉलेज परिसर कैंपस में गंदगी फैली हुई है लेकिन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का बड़ा अमला होने के बाद भी साफ सफाईकरने वाला कोईनहीं हैं।
वर्जन- वर्तमान में 9 भृत्य कार्य कर रहे हैं, इनमें से दो जिला निर्वाचन कार्यदेखे रहे हैं। इनमें से दो अगले वर्ष रिटायर हो जाएंगे। शिक्षक व कार्यालयीन स्टाफ की कमी तो हैं। कमिश्नर की सहमति के बाद एक शिक्षक अतिथि के रूप में रखा गया था।
मिलिंद खन्ना, प्राचार्य
शासकीय शिक्षा महाविद्यालय देवास।
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