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अनूठी स्थिति में रोचक निर्णय…अभिभाषक संघ के चुनाव के आठवें दिन है लोकसभा चुनाव, दाहिने हाथ की छोटी अंगुली में लगाएंगे स्याही

locationदेवासPublished: May 08, 2019 11:40:28 am

Submitted by:

Amit S mandloi

-कोई अभिभाषक लोकसभा के मतदान से वंचित न हो जाए इसलिए निर्वाचन अधिकारी ने लिया फैसला

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सत्येंद्रसिंह राठौर. देवास
जिला अभिभाषक संघ के चुनाव 11 मई को होने जा रहे हैं। इस चुनाव के सात दिन बाद ही 19 मई को देवास में लोकसभा के चुनाव होना हैं। ऐसे में संघ के मतदान के बाद वाली स्याही लगाने को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई थी। यदि बाएं हाथ के अंगूठे की पास वाली अंगुली में ही अभिभाषक संघ के मतदान के दौरान स्याही लगा दी जाती तो अभिभाषक लोकसभा के मतदान से वंचित हो सकते थे। इस स्थिति को देखते हुए अभिभाषक संघ चुनाव के निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र बापट व उनके सहयोगियों ने मिलकर कई दिनों तक मंथन किया और इसका हल भी खोज निकाला। निर्वाचन अधिकारी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अभिभाषक संघ के चुनाव के दौरान मतदाता की अंगुली में लगाई जाने वाली अमिट स्याही दाहिने हाथ की सबसे छोटी अंगुली में लगाई जाएगी ताकि लोकसभा के चुनाव के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बापट ने बताया संघ के चुनाव में मतदान करने के बाद बाएं हाथ की अंगूठे की पास वाली अंगुली में ही स्याही का निशान लगाया जाता है। 2016 में हुए चुनाव में भी ऐसा ही किया गया था। संघ के चुनाव व लोकसभा, विधानसभा या फिर नगरीय निकाय के चुनावों के बीच पहली बार ऐसी स्थिति बन रही है जब स्याही को लेकर सोच-विचार करना पड़ रहा है। हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है कि कोई भी अभिभाषक लोकसभा मतदान से इसलिए वंचित न हो जाए कि उसकी अंगुली पर पहले से ही स्याही लगी मिले, इसलिए हमने स्याही लगाने वाली अंगुली में बदलाव का फैसला लिया है, नहीं तो बाएं हाथ के अंगूृठे के बगल वाली अंगुली सिर्फ चुनाव आयोग के लिए ही नहीं है।
पिछले चुनाव से शुरू हुआ था स्याही का उपयोग

अभिभाषक संघ का पिछला चुनाव वर्ष 2016 में हुआ था। इस चुनाव के दौरान ही पहली बार स्याही काउपयोग शुरू किया गया। इससे पहले मतदाता सूची व रसीदों के आधार पर मतदान करने वालों का लेखा-जोखा रखा जाता था।
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