scriptसंबल योजना में पहले उठा लिया योजनाओं का लाभ, अब सत्यापन के बाद होंगे बाहर | Advantages of schemes already taken up in the Sambalal scheme, now wil | Patrika News

संबल योजना में पहले उठा लिया योजनाओं का लाभ, अब सत्यापन के बाद होंगे बाहर

locationदेवासPublished: Jul 22, 2019 11:16:59 am

Submitted by:

mayur vyas

शासन के निर्देशों के बाद नगर परिषदों व नगर निगम क्षेत्र में शुरू हुआ सत्यापन का कामजिले में इस योजना के तहत 4 लाख से अधिक लोग जुड़े

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देवास. संबल योजना से जुड़े फर्जी लोगों के नाम हटाने का काम शुरू हो गया है। जिले में इस योजना के तहत 4 लाख 47 हजार 8 8 0 लोगों को विधानसभा चुनाव के पूर्व जोड़ा गया था। इनमें से नगर निगम अंतर्गत शहरी क्षेत्र से 53340 लोगों को पंजीकृत किया गया था। अब निगम के वार्ड प्रभारी व अन्य कर्मचारी शहर के अंदर भी योजना से जुड़े लोगों का घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं। निगम की टीम ने अभी तक 6 हजार लोगों का सत्यापन भी कर लिया है। इस योजना को श्रमिक वर्ग के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया था, लेकिन योजना में बिल माफी व सस्ती बिजली की स्कीम के होने से वे लोग भी इसमें शामिल हो गए थे, जो पात्रता नहीं रखते थे। विधानसभा चुनावों में लाभ उठाने के लिए उस समय भाजपा शासन ने भी जानबुझकर योजना के नियम कायदों को एक तरफ रखवा दिया था व उस समय भाजपा शासन की तरफ से निर्देश जारी किए गए थे कि जो भी योजना का लाभ लेना चाहे उसे दिया जाए। इन निर्देशों के बाद मुयमंत्री जन कल्याण योजना के तहत पंजीयन के लिए नजदीकी पार्षद कार्यालयों पर ही फार्म रखवा दिए गए थे। इस फॉर्म के साथ आधार कार्ड, फैमिली आईडी की फोटो कॉपी और 2 फोटो को लेकर पार्षद कार्यालय पर पंजीयन करावाया गया था। पंजीयन में आसानी होने से कोई वार्ड ऐसा नहीं था जहां से हजारों लोगों ने अपना पंजीयन नहीं कराया हो। जो छूट रहे थे उनसे निगम के कर्मचारी व्यक्तिगत अनुरोध कर लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रहे थे। शायद उस समय शासन का दबाव था, जिस कारण अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोडऩे का टारगेट दिया गया था।
वार्ड वार चल रहा सत्यापन कार्य
नगर निगम ने भी शहर के अंदर योजना का लाभ देना शुरू किया तो तो देखते ही देखते संबल योजना में 53 हजार 340 लोगों का पंजीयन हो गया। संबल योजना के कार्ड वितरण के लिए नगर निगम ने एक बड़ा समारोह भी आयोजित किया था। इस समारोह में जनप्रतिनिधियों व अफसरों ने लोगों को पंजीयन कार्ड का वितरण कर इसे अपनी एक बड़ी उपलब्धी बताया था। उस समय 53 हजार से अधिक के आंकड़े पर भी निगम के अफसर भी अपनी पीठ थपथपा रहे थे। लेकिन अब राज्य में कांग्रेस की सरकार ने इस योजना के फर्जीवाड़े पर अपनी नजर टेड़ी कर ली है। अब शासन के निर्देशानुसार श्रमिक वर्ग के हितों की संबल योजना में पूर्व में पंजीकृत किए गए हितग्राहियों में अपात्र व्यक्ति लाभ नहीं ले पाए इसके लिए देवास शहर में नगर निगम द्वारा वार्डवार सर्वे कर पंजीकृत हितग्राहियों का सत्यापन किया जाना प्रारंभ किया जा रहा हंै। निगम आयुक्त संजना जैन ने वार्ड वार सर्वे के दलों का गठन कर सत्यापन करने के निर्देशानुसार निगम की एनयूएलएम शाखा के द्वारा कार्य सौंपा गया है। एनयूएलएम शाखा की जानकारी अनुसार जो लोग पूर्व से पंजीकृत है उनका अब सर्वे कर इनके पात्र होने का सत्यापन किया जाएगा। निगम द्वारा समस्त 45 वार्डों में प्रभारी व उनके दल द्वारा योजना के मापदंड में निर्धारित नियमों के अन्तर्गत आधार नंबर, समग्र आईडी व उनके नामिनी की आवश्यक जानकारी मौके पर जांची जाएगी तथा जो व्यक्ति पूर्व में त्रुटि या गलत तरीके से पंजीकृत हुए हैं उनको योजना में से हटाने की कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में गठित दलों द्वारा 6 000 पंजीकृत हितग्राहियों का सत्यापन किया जा चुका है। शेष के सत्यापन की कार्रवाई जारी है।
संबल योजना
– जिले में कुल पंजीकृत 4 लाख 47 हजार 8 8 0
– इसमें पंजीकृत पुरुषों की संया 2 लाख 48 हजार 309
– इनमें पंजीकृत महिलाओं की संया 1 लाख 99 हजार 571
वर्जन-
शहर के अंदर भी संबल योजना से जुड़े हितग्राहियों का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन का कार्य 1 जुलाई से शुरू हो गया था लेकिन लोक अदालत की तैयारियों के चलते इसमें गति 15 जुलाई के बाद आई है। अगले 10 दिन में सभी के सत्यापन का लक्ष्य रखा गया है।
संजना जैन, आयुक्त
नगर निगम देवास।


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